बिहार में शराब पीने वाले बता रहे शराब तस्करों का पता, सूबे में शराब के बिक्री को लेकर प्रशासन हुआ मुस्तैद।

पीने वालों की निशानदेही पर शराब पिलाने वाले खूब पकड़े जा रहे हैं। पिछले करीब एक महीने में बिहार के विभिन्न जिलों में ऐसे 100 से अधिक मामलों में शराब पिलाने वाले माफियाओं को पकड़ते हुए भारी मात्रा में शराब जब्त की गयी है। इसके साथ ही राज्य में शराब पीने वालों को राहत दी गयी है। मद्य निषेध आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि शराब के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान का असर अब राज्य में साफ दिखने लगा है।

मार्च में 11,888 अभियुक्तों की हुई गिरफ्तारी।


मार्च महीने में ही अवैध शराब के खिलाफ करीब 84 हजार छापेमारी करते हुए 10 हजार से अधिक मामले दर्ज किये गये। इन मामलों में 11,888 अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुए उनसे 3.76 लाख बल्क लीटर शराब बरामद कीया गया है। इस दौरान बिहार में होम डिलिवरी करने वाले 917 लोगो की गिरफ्तारी भी की गई है। मार्च महीने में मद्य निषेध विभाग द्वारा गिरफ्तार किये गये 1498 लोगों में 1013 शराब पिलाने वाले, जबकि मात्र 485 पीने वाले हैं।

हर माह बढ़ रही केस ट्रायल की संख्या


आयुक्त ने बताया कि मद्य निषेध से जुड़े केसों का ट्रायल पूरा होने की संख्या हर माह बढ़ती ही नजर आ रही है। जनवरी में जहां यह आंकड़ा 57 और फरवरी में 87 केसों के बाद मार्च महीने में 103 केसों के ट्रायल पूरे किये गये। दो अप्रैल तक राज्य में कुल 1.16 लाख केसों का ट्रायल शुरू हो गया था। जिसमें 1939 का ट्रायल पूरा कर 1194 व्यक्तियों को सजा दिलायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कोलकाता और विशाखापतनम की दो कंपनियों को शराब पकड़ने में माहिर स्निफर डॉग की आपूर्ति करने का टेंडर दे दिया गया है। इनके द्वारा 50 स्निफर डॉग मुहैया कराये जायेंगे।

डॉग स्कवाड ने पिछले साल जब्त करवायी थी बिहार में 70 हजार लीटर शराब


बिहार पुलिस में मौजूद श्वान दस्ता शराब को जब्त करने के अलावा बम समेत अन्य संवेदनशील सामग्रियों की बरामदगी करने में काफी मददगार साबित हो रहा है। एक समाचार में छपे आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष करीब 70 हजार लीटर शराब बरामद हुई थी। जिसमें 47 हजार 950 लीटर जावा महुआ, 20 हजार 215 लीटर देशी और एक हजार 539 लीटर विदेशी शराब शामिल है। इसके साथ ही इस कारोबार से जुड़े 341 आरोपितों की गिरफ्तारी भी अवैध सामानों के साथ इनकी निशानदेही पर की गयी है। ये श्वान दस्ते सुदूर या दियारा इलाके में शराब की बरामदगी में काफी कारगर साबित हो रहे हैं।