बिहार में शराबबंदी ने एक सिपाही को ‘शहीद’ करा दिया…सिपाहियों में जबरदस्त आक्रोश है, जो कभी भी फूट सकता…घटना मुजफ्फरपुर में हुई…मृतक जवान 23 साल के दीपक कुमार भागलपुर के थे…

शराब के धंधेबाजों को नदी में जाकर पकड़ना था और बिना संसाधन-तैयारी के भीषण ठंड की अंधेरी रात में दौड़ा दिया गया। धंधेबाजों के बीच एक सिपाही अकेला पड़ गया। लड़ा भी, मगर फिर दो ने मिलकर सिपाही को नदी में डुबोकर मार डाला गया। इस दौरान अंधेरे में सिपाही के बाकी साथियों की चीख सुनकर भी कोई मदद के लिए नहीं पहुंच सका। नदी से साथी की लाश निकलने के बाद से सिपाहियों में जबरदस्त आक्रोश है, जो कभी भी फूट सकता है। घटना मुजफ्फरपुर में हुई। मृतक जवान 23 साल के दीपक कुमार भागलपुर के थे।

घटना की जानकारी से उत्पाद विभाग में हड़कंप मच गया है। टीम के जवानों में आक्रोश है। मृतक जवान के परिवार को घटना की जानकारी दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कवायद की जा रही है। टीम में शामिल जवानों ने बताया कि वह लोग रात करीब 9 से 10 के बीच सोने के लिए जा रहे थे। खाना खा चुके थे। इसी बीच मैसेज मिला कि शराब छापेमारी में जाना है। जवानों ने कहा कि उन्हें सुबह सीवान जाना है। इसपर बोला गया कि नौकरी बचानी है तो आइए… नहीं तो सस्पेंड कर देंगे। जवान 12 बजे रात में निकले। मुसहरी थाना क्षेत्र के सनहा बाजार पहुंचे। नदी के बीच में शराब बनाई जा रही थी। पकड़ने के लिए वहीं अलग-अलग टीम टुकड़ी बनी। दीपक के साथ नाव पर दो अन्य जवान थे। नदी उस पार पहुंचे। कुछ शराब माफिया चुलाई शराब बना रहे थे।

शराब के धंधेबाजों को भनक लग गई थी। वह लोग भागने की कोशिश करने लगे। दो धंधेबाजों को दीपक ने पकड़ लिया था। बचने के लिए दोनों दीपक को लिए-दिए पानी में कूद गए। पानी से हाथापाई की आवाज आई, मदद मांगने की भी। दूसरे जवान ने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। दीपक गहरे पानी में जा चुके थे। जबतक दूसरी टीम पहुंची, दीपक की मौत हो चुकी थी। शराब माफिया फरार हो चुके थे। इसके बाद घंटों उसी अंधेरे में मशक्कत होती रही, तब दीपक का शव मिला। घटना के बाद जवानों में रोष है। मामले मे पूर्वी डीएसपी मनोज पांडे ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है।