मवेशी तस्करी के मामले में अपराधियों का साथ देने पर बंगाल के दिग्गज टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल को सीबीआई ने किया गिरफ्तार…..

सीबीआई ने टीएमसी के दिग्गज नेता अनुब्रत मंडल को मवेशी तस्करी मामले की जांच में सहयोग न करने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि टीएमसी के फरार नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा और मंडल ने पशु तस्कर इनामुल हक के सहयोगियों को सुरक्षा प्रदान की, जो इलामबाजार के बाजार में जानवर खरीदते थे। अधिकारियों ने कहा कि तस्कर राज्य प्रवर्तन एजेंसियों से मंडल और मिश्रा के संरक्षण के तहत इलामबाजार से भारत-बांग्लादेश सीमा तक जानवरों को ले जाते थे।

मवेशी तस्करी में सीबीआई ने किया मंडल को गिरफ्तार….



सीबीआई ने मंडल को मवेशी तस्करी मामले की जांच में सहयोग न करने के आरोप में पश्चिम बंगाल के बोलपुर में स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया। इससे पहले सीबीआई के कम से कम आठ अधिकारियों का दल केंद्रीय बलों के साथ सुबह लगभग 10 बजे मंडल के आवास पर पहुंचा और जांच के तौर पर तलाश अभियान शुरू किया। अधिकारी ने बताया कि मंडल से उनके आवास की दूसरी मंजिल के एक कमरे में लगभग एक घंटे तक पूछताछ की गई।

भ्रष्टाचार के किसी में मामले से समझौता नहीं करेगी टीएमसी….

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है। सांसद शांतनु सेन ने कहा कि पार्टी सही समय पर उचित निर्णय लेगी। लेकिन, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि टीएमसी भ्रष्टाचार के किसी भी मामले में समझौता नहीं करेगी। सेन ने कहा कि पार्टी भ्रष्टाचार और गलत कृत्यों को कतई सहन नहीं करेगी।

बीजेपी ने ममता बनर्जी की छुपी पर उठाया सवाल….

विपक्षी दल भाजपा ने आरोप लगाया कि मंडल की गिरफ्तारी से साबित होता है कि सत्तारूढ़ दल भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है, और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस संबंध में एक बयान देना चाहिए। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि समय आ गया है कि मुख्यमंत्री मंडल की गिरफ्तारी पर बयान दें। हम सभी जानते हैं कि वह टीएमसी के शीर्ष नेतृत्व के करीबी थे। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि पार्थ चटर्जी और अब मंडल की गिरफ्तारी बंगाल के बहुप्रतीक्षित विकास मॉडल का उदाहरण है।

माकपा ने भी साधा टीएमसी पर निशाना….

शिक्षक भर्ती में अनियमितताओं के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सुजान चक्रवर्ती ने दावा किया कि मंडल ने वीरभूम जिले में खुद को कानून से ऊपर माना और टीएमसी नेतृत्व ने उनके गलत कृत्यों को नजरअंदाज किया।