अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे श्मशान घाट, लखनऊ पुलिस ने रोककर शव ले गई जानें क्या था मामला…..

लखनऊ के गौरी इलाके में शनिवार रात एक युवक का शव संदिग्ध हालात में घर के अंदर मिला। परिवारीजनों ने मायके गई उसकी पत्नी को भी सूचना नहीं दी और शव को अंतिम संस्कार के लिये श्मसान घाट लेकर चले गये। इसी बीच पत्नी व पुलिस को इसकी सूचना मिली। पुलिस ने श्मशान घाट पहुंच कर अंतिम संस्कार रोक दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

पुलिस के मुताबिक गौरी विहार कॉलोनी निवासी फल विक्रेता विवेक शर्मा (35) शनिवार देर शाम घर लौटे थे। उनका मायके गई पत्नी रूपल से घर न लौटते को लेकर कहासुनी हुई। इस पर गुस्से में विवेक ने फोन काट दिया। पति से तीन माह पहले हुए किसी विवाद के बाद रूपल काकोरी के डिघियां स्थित मायके चली गई थी। रात में विवेक ने मां से खाना मांगा। मां खाना लेकर पहुंची तो वह बिस्तर पर बेसुध मिला था। घरवाले आनन- फानन में उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रविवार दोपहर परिजन शव को आलमबाग स्थित श्मशान घाट लेकर पहुंचे। वह अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। इस बीच सरोजनीनगर पुलिस को पत्नी रूपल द्वारा उसे बिन बताए पति विवेक का अंतिम संस्कार किए जाने की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर सरोजनीनगर संतोष कुमार आर्य पुलिस बल के साथ श्मशान घाट पहुंच गए। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं मृतक के परिजनों का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि अंतिम संस्कार के पहले
पुलिस को सूचना देनी है। विवेक के परिवार में पत्नी व तीन वर्ष की एक बेटी है।
सुसाइड नोट में पत्नी और एक रिश्तेदार पर प्रताड़ना का आरोप
पुलिस के मुताबिक विवेक के परिजनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने एक सुसाइड नोट दिखाया। बताया गया कि एक विवेक के कमरे से मिला था। सुसाइड नोट में पत्नी रूपल और एक रिश्तेदार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। इंस्पेक्टर सरोजनीनगर ने बताया कि फोरेंसिक लैब भेजकर सुसाइड नोट की जांच कराई जाएगी। सुसाइड नोट मिला था तो घरवालों ने इसकी सूचना पहले पुलिस को क्यों नहीं दी। इन तमाम बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है।