यह घटना जोगिनिया कोठी कचहरी स्टेशन रोड में उस वक्त हुई जब मुख्यमंत्री समाधान यात्रा कार्यक्रम को पूरा कर वापस पटना लौट रहे थे। तभी गुजरते काफिले के सामने एक युवक हाथ में काला झंडा लेकर अचानक सड़क पर यह कहते हुए- नीतीश कुमार मुर्दाबाद, नीतीश कुमार शर्म करो, जहरीली शराब पीने से जिनकी मौत हुई है उसका हिसाब कौन देगा, नीतीश कुमार निकम्मा है कहते हुए दौड़ने लगा। उसके नारेबाजी करते ही सुरक्षा में खड़े सिपाहियों ने उसे पकड़ लिया और टाउन थाना की पुलिस उसे हिरासत में लेकर चली गई।
विरोध जताने गोपालगंज से आया था छपरा…
पूछे जाने पर उसने खुद को गोपालगंज निवासी बताते हुए अपनी पहचान विपुल चौबे के रूप में दी। उसने बताया कि वह हुंकार दल का संस्थापक है। वह मुख्यमंत्री की समाधान यात्रा का विरोध करने के लिए गोपालगंज से छपरा पहुंचा था। उसका यह कहना था कि शराबबंदी सिर्फ नाम के लिए है। उसने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं शराब बिकवा रहे हैं और शराबबंदी का नाटक कर रहे हैं। जब पुलिस विपुल चौबे को पकड़ कर ले जा रही थी तब उसने कहा कि जो शराब बेच रहा है उनको तो ये लोग पकड़ नही पा रहे हैं और चले हैं आम आदमी को पकड़ने। उसने यह भी कहा कि पुरे बिहार में लोग शराब पी-पीकर मर रहे हैं और नीतीश कुमार पूरे बिहार में घूम घूम कर लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं। बिहार में शराबबंदी पूरी सख्ती से लागू होना चाहिए क्योंकि शराब से आम आदमी और गरीब आदमी ही ज्यादा प्रभावित हो रहा है।
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