केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आज सुबह 8.00 बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या पिछले 24 घंटों में 45,720 नए मामले आने के बाद बढ़कर इसके 12,38,635 हो गई है। साथ ही देश में संक्रमण से अब तक 29,861 लोगों की मौत हो चुकी है, देश के 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सामने आए मामलों में 4,26,167 सक्रिय हैं। जबकि 7,82,607 लोग ठीक/ डिस्चार्ज या माइग्रेट हुए हैं।
बिहार में कोरोना वायरस के 1,502 नए मामलों के साथ कुल मामले हुए 30,066
बिहार में स्वास्थ विभाग के द्वारा कल शाम आखरी ट्विट कर जारी सुचना के अनुसार अपडेट में कोरोना वायरस के विभिन्न जिलों के 1,502 नए मामले सामने आए जिसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 30,066 हो गई। बिहार में सक्रिय मामलों की संख्या 9,982 है जबकि कल शाम 4 बजे जारी आकड़ो के मुताबिक अभी तक इस संक्रमण से 19,876 लोग ठीक हुए हैं। वहीं अबतक 208 लोगों की मौत हुई है।
#COVIDー19 Updates Bihar:
(शाम 4 बजे तक)➡️विगत 24 घंटे में कुल 10159? सैम्पल की जांच हुई है।
➡️अबतक कुल 19876 मरीज ठीक हुए हैं।
➡️ वर्तमान में COVID19 के active मरीजों की संख्या 9981 है।
➡️बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 66.11 है।#BiharHealthDept #COVID19 pic.twitter.com/fgig7DOmHE
— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) July 22, 2020
बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब तक पटना में सर्वाधिक 4479, भागलपुर में 1859, मुज़फ्फरपुर में 1382 और सिवान में 1143 केस रिपोर्ट हुए हैं। गौरतलब है कि अब तक कुल 4,09,088 से अधिक सैंपल्स की जाँच की जा चुकी है।
राहत की खबर: ऑक्सफोर्ड और सीरम इंस्टीट्यूट का दावा- दिसंबर तक कोरोना वैक्सीन की 30-40 लाख डोज हो जाएगा तैयार
विश्व में कोरोना वैक्सीन को लेकर एक राहत की खबर है। पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने बताया कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की ओर से विकसित की जा रही वैक्सीन के दिसंबर तक 30-40 लाख डोज तैयार हो जाएंगी। एसआईआई के प्रमुख अदार पूनावाला ने बताया कि कोविडशील्ड पहली कोरोना वैक्सीन हो सकती है अगर इसका परीक्षण ब्रिटेन और भारत में सफल रहता है।
वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं
सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया विश्व का सबसे बड़ा वैक्सीन मैन्यूफैक्चर्र है, इसे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने वैक्सीन बनाने के लिए चुना है। एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से बनाई गई वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। बताया जा रहा है कि जिन लोगों को ये वैक्सीन दी गई है, उनमें मजबूत टी-सेल्स इम्यून रिस्पॉन्स दिखा है। अदार पूनावाला ने बताया कि वो अगस्त त…See More
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