केरल से मजदूरों का कारवां पहुंचा दानापुर, DM कुमार रवि की मौजूदगी में हुई यात्रियों की स्क्रीनिंग

केरल के एर्नाकुलम एवं तिरूर से बिहारी श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन सोमवार को दानापुर स्टेशन पहुंची। पटना डीएम कुमार रवि द्वारा यात्रियों की स्क्रीनिंग कराने एवं अन्य कार्यों के सुचारू संपादन हेतु सुदृढ एवं सुचारु व्यवस्था की गई। इस क्रम में जिलाधिकारी द्वारा दानापुर स्टेशन पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई थी तथा जिलाधिकारी अपने तमाम प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ दिन भर मुस्तैद रहे एवं सभी कार्यों की सतत एवं प्रभावी मॉनिटरिंग करते रहे।

24 मेडिकल टीम की तैनाती

स्क्रीनिंग हेतु 24 मेडिकल टीम की तैनाती की गई । प्रत्येक टीम में 2 डॉक्टर एक फार्मासिस्ट एवं दो अन्य स्वास्थ्य कर्मी को शामिल किया गया। दानापुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर पर्याप्त संख्या में चिकित्सीय परीक्षण काउंटर बनाए गए । दानापुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर ट्रेन के रुकते ही प्रत्येक बोगी से यात्री को बारी- बारी से निकाला गया। बोगी से निकलते ही यात्री को सेनीटाइज किया गया तथा उनका निबंधन कर थर्मल स्केनर/इंफ्रारेड थर्मामीटर से यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई।

यात्रियों ने मेंटेंन की सोशल डिस्टेंशिंग

इस क्रम में यात्रियों के सोशल डिस्टेंस के मानक का पालन कराया गया तथा वहां से पंक्तिबद्ध कर स्टेशन परिसर में जिलावार निर्धारित स्थान पर बैठाया गया। सभी यात्रियों को फुड पैकेट उपलब्ध कराया गया। यात्रियों को सरकारी/ निजी बस द्वारा उनके जिला में भेजा गया। यात्रियों के चेहरों पर अपने घर वापसी तथा जिला प्रशासन द्वारा प्रदान की गई सुविधा के प्रति खुशी स्पष्ट परिलक्षित हो रही थी। यात्रियों की सुविधा एवं सुचारू व्यवस्था के लिए लगातार माइकिंग किया जा रहा था तथा सभी अधिकारी अपने अपने दायित्व में तल्लीन थे। यात्रियों के सम्मान में स्टेशन परिसर में जगह-जगह बैनर पोस्टर लगाए गए थे तथा उन्हें आवश्यक सूचना प्रदान करने हेतु परिसर में पोस्टररिंग किया गया था।

करीब 1167 मजदूर वापस आये

एर्नाकुलम से लगभग 1167 श्रमिक दानापुर स्टेशन आये। इसमें प्रमुख रूप से अररिया जिला के 210 श्रमिक, नवादा जिला के 195 ,पश्चिमी चंपारण के 99 ,मुजफ्फरपुर के 93 , पूर्णिया के 88 श्रमिक थे। इसी प्रकार से तिरूर से लगभग 1143 श्रमिक दानापुर स्टेशन आये जिसमें अररिया जिला के 231 , कटिहार जिला के 143, मधुबनी के 135 , वैशाली के 99 श्रमिक थे।