पटना के RMRI में पहुंचा कोबास मशीन, अब बिहार में रोजाना चार हजार से अधिक सैंपलों की हो सकेगी जांच

बिहार में कोबास मशीन आने से अब रोजाना एक हजार और सैंपलों की जांच की क्षमता बढ़ जायेगी. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि आइसीएमआर की ओर से भेजी गयी नयी मशीन बुधवार को पटना के आरएमआरआइ में पहुंच गयी. इसे स्थापित और चालू करने में एक सप्ताह का समय लगेगा. इसके बाद राज्य में चार हजार से अधिक सैंपलों की जांच हो सकेगी.

फिलहाल प्रतिदिन 25 सौ से तीन हजार तक सैंपलों की हो रही जांच

गौरतलब है कि फिलहाल राज्य में नौ मेडिकल कॉलेज व आठ जिलों में प्रतिदिन 25 सौ से तीन हजार तक सैंपलों की जांच हो रही है. स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अभी विभिन्न लैबों में प्रतिदिन 33 सौ सेंपलों की जांच की जा रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसकी क्षमता 10 हजार प्रतिदिन करने का निर्देश दिया है. विभाग इस दिशा में प्रयासरत है.

कोरोना संक्रमण के लिए 809 करोड़ रुपये की स्वीकृति

राज्य सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए बिहार आकस्मिकता निधि से 809 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी है. ये रुपये कोविड-19 से मौजूदा समय में किये जा रहे सुरक्षात्मक उपायों के अलावा राहत एवं बचाव कार्य पर खर्च किये जायेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगी.

राज्य में पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई 3185

इसके साथ ही राज्य में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 3185 हो गयी है. इस बात की जानकारी बिहार स्वास्थ्य विभाग ने दी. पिछले तीन हफ्तों में अधिकतर संक्रमित बाहर से लौटने वाले प्रवासी मजदूर हैं. वहीं राज्य में कोरोना महामारी से अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार बिहार में कुल ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1050 हो गयी है. राज्य के सभी 38 जिलों में कोरोना ने दस्तक दे दी है.