गलवान घाटी पर चीन का विवादस्पद बयान, 4 दिन में 5वीं बार गलवान घाटी पर ठोका अपना दावा, कहा- भारत यहां जबरन सड़कें और पुल बना रहा

चीन ने शुक्रवार देर रात एक बार फिर गलवान घाटी पर अपना दावा ठोका है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाऊ लिजियन ने कहा कि गलवान घाटी चीन का हिस्सा है और लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएससी) से हमारी तरफ है। भारतीय सैनिक यहां पर जबरन रोड और ब्रिज बना रहे हैं। चीन के अलग-अलग अफसरों ने चार दिन में पांचवीं बार कहा कि 15 जून की शाम को भारतीय सैनिकों ने समझौते को तोड़ते हुए जानबूझकर एलएसी को पार किया और चीन के सैनिकों पर हमला किया।

चीन ने 15 जून की घटना के लिए भारत को ठहराया जिम्मेदार

लिजियन ने कहा कि 15 जून की घटना के लिए भारत जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि गलवान घाटी वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी हिस्से में आता है। कई सालों से वहां चीनी गार्ड गश्त कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी निभाते हैं।

देश की एक इंच जमीन पर भी कोई नजर नहीं डाल सकता- PM

गलवान में भारतीय सैनिकों की शहादत और चीनी सैनिकों के हमले पर सरकार ने शुक्रवार को ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने अपनी सेनाओं को कदम उठाने की पूरी छूट दे रखी है। हमारी एक इंच जमीन पर भी कोई नजर नहीं डाल सकता। हमारी सीमा में किसी ने घुसपैठ नहीं की और न ही चीन ने हमारी किसी पोस्ट पर कब्जा किया। हमारे 20 जवान शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता को चुनौती दी थी, उन्हें वे सबक सिखाकर गए हैं। उनके शौर्य को पूरा देश याद रखेगा। उनके बलिदान से सभी आहत हैं। यह भावना इस बैठक में भी जाहिर हुई है।