पटना में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी, फीस जमा करने को लेकर बनाया जा रहा दबाव. पाटलिपुत्रा इंटरनेशनल स्कूल में अभिभावकों का हंगामा

लॉकडाउन को लेकर देश के सभी स्कूल बंद है लेकिन उनकी फीस को लेकर स्कूल प्रशासन और अभिभावकों के बीच खींचतान जारी है. शुरू में कुछ स्कूल प्रशासकों ने एसएमएस के माध्यम से अभिभावकों को तीन माह की फीस जमा करने का निर्देश दिए गए. लेकिन पटना डीएम के हस्तक्षेप करते हुए सभी स्कूलों को ऐसा करने पर रोक लगा दी. पटना के कई स्कूल प्रशासन ने जून के मध्य से ही अभिभावकों पर फीस जमा करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है. इसको लेकर पाटलिपुत्रा इंटरनेशनल स्कूल में अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया. अभिभावकों ने कहा कि वे ट्यूशन फीस देने को तैयार हैं लेकिन ट्रासपोर्टेशन फी देने के लिए तैयार नहीं है. अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर छात्रों के करियर से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है. हंगामा को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस ने अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन को समझाने में जुटी है.

 छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है स्कूल प्रबंधक

अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रबंधक छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. स्कूल प्रबंधक और अभिभावकों की बीच आज जमकर बहस हुई. अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधक से यह सवाल पूछा है कि जब बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं तो ट्रांसपोर्ट फीस किस बात का लिया जा रहा है

डीएम ने जारी किया था सभी स्कूलों के लिए दिशा निर्देश

इसके साथ ही डीएम ने सभी स्कूलों के लिए सम्मान दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा था कि जो अभिभावक फीस देने में असमर्थ है उनपर दबाव नहीं बनाया जा सकता. इसके साथ ही उन्होंने एक साथ तीन माह के फीस जमा करने की स्कूलों की बाध्यता को समाप्त करने का भी निर्देश दिया था लेकिन डीएम के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए स्कूल प्रशासन ने फीस जमा करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया है.

तीन माह की फीस एक साथ जमा करने की बाध्यता नहीं

डीएम ने स्कूल प्रशासन को स्पष्ट रूप से दिशा निर्देश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि अभिभावकों को तीन माह की फीस एक साथ जमा करने की बाध्यता नहीं, इसके साथ ही ऑनलाइन क्लास चलाने वाले स्कूल ही एकेडमिक एक्टिविटीज से संबंधित फीस ले सकते हैं. इसके अलावे अभिभावक एक माह का ट्यूशन फीस भी जमा करने में असमर्थ हो तो उसपर दबाव नहीं बनाया जाएगा