अमेरिका में हिंदू समुदाय के 20 लाख से अधिक सदस्यों को अपने पक्ष में करने तथा घृणा अपराध समेत उनकी अन्य समस्याओं को सुलझाने का वादा करते हुए बाइडेन अभियान ने ‘हिंदू अमेरिकन्स फॉर बाइडेन’ पहल शुरू होने की घोषणा की है।
कब हुई शुरूआत
आयोजकों ने मंगलवार को कहा कि इलिनोइस से भारतीय-अमेरिकी सांसद, राजा कृष्णमूर्ति बृहस्पतिवार को ‘हिंदूज फॉर बाइडेन’ की पहली बैठक को संबोधित करेंगे। बाइडेन अभियान का यह कदम ट्रंप अभियान की 14 अगस्त की घोषणा के करीब दो हफ्ते बाद उठाया गया है जिसने ‘हिंदू वॉयसेज फॉर ट्रंप’ के गठन की घोषणा की थी।
हिंदुओं तक पहुंच के लिए ऐसी पहल क्यों
तीन नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में, डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति पद के लिए उनकी सहयोगी कमला हैरिस रिपब्लिकन राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेंस को चुनौती देंगे। यह अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के इतिहास में संभवतः पहली बार है कि दो बड़े राजनीतिक दलों ने देश में हिंदुओं तक पहुंच के लिए ऐसी पहल की है।
इस कदम को अमेरिका में हिंदुओं की बढ़ती राजनीतिक प्रमुखता के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। हिंदू धर्म अमेरिका में चौथा सबसे बड़ा धर्म है जो 2016 में कुल एक प्रतिशत अमेरिकी आबादी को दर्शाता था। मुस्लिमों और यहूदियों के लिए आधिकारिक गठबंधन होते रहे हैं।
‘हिंदू अमेरिकन्स फॉर बाइडेन’ के सह-प्रमुख मुरली बालाजी ने कहा, “हिंदू अमेरिकी समुदाय की विविधता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनकी समस्याओं को इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए सीधे-सीधे सुना जाए।” उन्होंने कहा, “हम हिंदू अमेरिकी समुदाय के प्रति बाइडेन अभियान की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं जो डेमोक्रेटिक पार्टी के सबसे वफादार घटक हैं।’’
इसके आयोजकों के मुताबिक यह कार्यक्रम और साथ ही आगे होने वाले अन्य कार्यक्रम, विभिन्न आयु वर्ग एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि वाले हिंदू अमेरिकियों को पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के पक्ष में मतदान करने के लिए उत्साहित करेंगे।
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