किसान का आंदोलन का 22वें दिन भी जारी, SC में थोड़ी देर में सुनवाई, कमेटी पर साफ होगी तस्वीर, बाबा राम सिंह का 18 दिसंबर को अंतिम संस्कार

किसानों के आंदोलन का आज 22वां दिन है। इसके बावजूद भी किसान कृषि बिल को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं और दिल्ली बॉर्डर पर डेरा जमाए हुए हैं. किसानों का कहना है कि चाहे ठंड पड़े या बारिश जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी हम वापस नहीं जाएंगे। वहीं बुधवार को किसानों के समर्थन में संत बाबा राम सिंह ने खुदकुशी कर ली, जिसके बाद किसान कह रहे हैं कि अब तो वह बिना अपनी मांगें पूरी किए वापस नहीं जाएंगे।

किसान आंदोलन से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई

किसान के आंदोलन के कारण दिल्ली बॉर्डर जाम होने को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट आज फिर किसान आंदोलन से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई करेगी

‘मनोहर खट्टर ने बाबा राम सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया

किसान आंदोलन के बीच सिंघु बॉर्डर पर आत्महत्या करने वाले बाबा राम सिंह का 18 दिसंबर को अंतिम संस्कार किया जाएगा. संतों का फैसला है कि उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने बाबा राम सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट किया कि संत बाबा रामसिंह जी का निधन संत समाज, देश, राज्य तथा मेरे लिए अपूरणीय क्षति है. यह अत्यंत दुख का क्षण है, बाबा जी की आत्मा, परमात्मा में विलीन हो. हम उनके दिखाए मानव-कल्याण के मार्ग पर चलने को संकल्पित हैं, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

केंद्र सरकार ने एक पुस्तिका जारी की

किसान आंदोलन के बीच केंद्र सरकार ने एक पुस्तिका जारी की है. इस पुस्तिका में मोदी सरकार का सिखों से कितना गहरा नाता रहा है, ये जताने की कोशिश की गई है. पुस्तिका का नाम है- ‘पीएम मोदी और उनकी सरकार का सिखों के साथ विशेष संबंध.