कॉलेज ऑफ कामर्स में स्मृति व्याख्यान का आयोजन, डॉ अशोक लोहीरी बोले-पंचायतीराज संस्थान भारत में ग्रामीण स्वशासन की महत्वपूर्ण प्रणाली

कालेज आफ कामर्स पटना में स्मृति व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में पन्द्रहवें वित आयोग के सदस्य डॉ. अशोक लोहीरी ने कहा कि पंचायती राज संस्थान भारत में ग्रामीण स्थानीय स्वशासन की एक महत्वपूर्ण प्रणाली है। वे रविवार को कालेज आफ कामर्स आर्ट्स एण्ड साइंस में के. के. सिंहा, उमा सिंहा फाउंडेशन तथा अर्थशास्त्र विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित के के सिंहा स्मृति व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे।

ग्रामीण विकास में पंचायती राज की महत्वपूर्ण भूमिका

उन्होंने कहा कि भारतीय समाज और शासन व्यवस्था में ग्राम पंचायत बहुत ही पुरानी अवधारणा है जिसके स्वरूप में समय के साथ बदलाव होता रहता है और ग्रामीण विकास में इस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि केंद्र या राज्य सरकारों की योजनाएं तभी सफल होती हैं जब पंचायतों इसे पूरी ईमानदारी से लागू करती हैं। व्याख्यान को संबोधित करते हुए प्रधानाचार्य प्रो तपन कुमार शान्डिल्य ने सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में ग्राम पंचायत की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतें अपनी विभिन्न समितियों के माध्यम से विकास कार्यों को संचालित कर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

वर्तमान समय में पंचायतों की प्रासंगिकता और बढ़ गई

प्रो. शान्डिल्य ने इस व्याख्यान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान समय में इस प्रकार के कार्यक्रमों की प्रासंगिकता और बढ़ गई है। कार्यक्रम का संचालन ईशा कृष्णा ने किया जबकि फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ उमा सिंहा ने धन्यावाद ज्ञापन किया।

इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा प्रो उमेश प्रसाद, प्रो रश्मि अखौरी, प्रो. प्रवीण कुमार, प्रो. के एन यादव, डॉ मृदुला कुमारी, डॉ विवेक कुमार, डॉ संजय पांडेय, प्रो. बैकुंठ, प्रो. कीर्ति,प्रो. संतोष कुमार, प्रो सलोनी कुमार, प्रो. रमेश चौधरी समेत बड़ी संख्या में शिक्षक और छात्र – छात्राएं उपसिथी।