मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड बहुमत और कांग्रेस की हार के बाद कमलनाथ दिल्ली पहुंचे….और पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी से मुलाकात की है। सूत्रों के अनुसार मंगलवार शाम साढ़े सात बजे दिल्ली में खरगे के आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल भी शामिल हुए। इस दौरान पार्टी हाईकमान ने कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने और नया प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त करने का निर्देश दिया। कांग्रेस विश्वस सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कभी भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
कमलनाथ ने भाजपा को बड़ी जीत के लिए बधाई दी थी
तीन अन्य राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के साथ नतीजे घोषित किए गए। कांग्रेस की हार के बाद रविवार को मीडिया से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा था कि हम मध्यप्रदेश के मतदाताओं के जनादेश को स्वीकार करते हैं। हम विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। साथ ही कमलनाथ ने भाजपा को बड़ी जीत के लिए बधाई दी और उम्मीद जताई कि भाजपा राज्य की जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करेगी।
पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों और पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
कमलनाथ ने मंगलवार को दिन में भोपाल स्थित मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों और पदाधिकारियों के साथ चुनाव नतीजों पर समीक्षा बैठक की। उन्होंने एक पोस्ट में कहा, प्रत्याशियों और विधायकों ने जो प्राथमिक रिपोर्ट दी है, उस पर गंभीरता से चिंतन करने की आवश्यकता है और शीघ्र ही सभी प्रत्याशी विस्तृत रिपोर्ट मुझे देंगे। हम इस हार से सबक ले रहे हैं, कमियों को दूर कर रहे हैं और लोकसभा चुनाव की तैयारी में आज से ही जुट रहे हैं। कोई भी पराजय हौसले को नहीं हरा सकती।
66 सीटों पर सिमटी कांग्रेस
एमपी विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने 163 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया, जबकि कांग्रेस 66 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, जबकि भाजपा 109 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही थी।
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