जुलाई के अंत तक माध्यमिक- उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 30 हजार पदों को पूरी हो जायेगी नियुक्ति, जानिए क्या कहते हैं सूबे के शिक्षा मंत्री।

बिहार विधानसभा में बीते बुधवार को शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि 35 हजार से अधिक शिक्षक और एवं स्वास्थ्य अनुदेशक (शारीरिक शिक्षक) की बहाली राज्य में जल्द ही शुरू कर दी जायेगी। उच्च माध्यमिक स्कूलों में 30 हजार शिक्षकों की बहाली जुलाई तक होनी है। इसके साथ ही राज्य में अनुदेशक के कुल पांच हजार पदों पर बहाली के लिए पात्रता परीक्षा लेने की भी तैयारी में राज्य सरकार जुटी हुई है। सदन में अनपूरक बजट की मांग पर सरकार की ओर से उत्तर देते हुए मंत्री ने शिक्षा पर किये जा रहे खर्च और सरकार के प्रयासों को रखा।

युवाओं के लिए क्या है अवसर….

सदन में मौजूद सभी गणमान्य को संबोधित करते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य में हम 30 हजार शिक्षक की बहाली कर चुके थे, नियुक्ति पत्र देने ही जा रहे थे, लेकिन मामला कोर्ट में जाने से बहाली कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ा। अब नया कार्यक्रम जारी किया गया है। जुलाई के अंत तक माध्यमिक- उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 30 हजार पद पर नियुक्ति कर दी जायेगी। शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक के 8386 पद स्वीकृत किये गये हैं। प्रत्येक मध्य विद्यालय में एक पद है। डेढ़ हजार अनुदेशकों की बहाली हो चुकी है। बाकी की प्रक्रियाधीन है। शारीरिक शिक्षा के योग्य अभ्यर्थियोंकी बहाली की व्यवस्था करने जा रहे हैं। इनके लिए शीघ्र पात्रता परीक्षा होगी।

ढाई से तीन हजार पदों को सात से 15 दिनों के अंदर भर दिया जायेगा

विजय चौधरी ने सदन को बताया कि रिक्तियों को भरना सरकार की प्राथमिकता में है। कोर्ट, कोरोना आदि ऐसे कई कारण रहे हैं, जिनसे बहाली की गति धीमी हुई है। इसके बाद भी छठे चरण में 42 हजार से अधिक पदों पर बहाली हो चुकी है। इस चरण के शेष पदों की बहाली प्रक्रिया चल रही है। ढाई से तीन हजार पदों को सात से 15 दिनों के अंदर भर दिया जायेगा।

नामांकन अनुपात 14% से बढ़कर 20% हुआ

प्रारंभिक विद्यालयों में 40 हजार से अधिक प्रधान अध्यापक की नियुक्ति आदि का ब्यौरा देते हुए कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग ने प्लस टू स्कूलों के हेड मास्टर के 5300 पदों के लिए आयोग परीक्षा करा चुका है। कुछ दिन में इनकी नियुक्ति उच्च माध्यमिक विद्यालयों में करा दी जायेगी। प्रत्येक पंचायत में प्लस टू तक की पढ़ाई के लिए पांच हजार से अधिक मध्य विद्यालय उत्क्रमित किये गये हैं। इनमें भवन बनाने के लिए साढ़े सात हजार करोड़ खर्च किये जायेंगे। दो साल में भवन बन जायेंगे। नैक में कॉलेज न पिछड़ें, इसकी मॉनीटरिंग की जा रही है। सकल नामांकन अनुपात 14% से बढ़कर 20% हो गया है।