FACT CHEAK में शिफ्ट इंडिया पर आज पड़ताल उन दावों का, जो जिसके वायरल होने के बाद समाज का एक बड़ा तबका दहशत में है। चलें जानते हैं खबर की सच्चाई…
दावा 1 : हिन्दुस्तान अखबार ने रिपोर्ट किया है कि #Covid_19 के मद्देनज़र केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एलटीसी/लीव एनकैशमेंट/ ओटीए/ मेडिकल जैसी सुविधाओं में कटौती का सामना करना पड़ेगा
इसके बाद सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
#PIBFactCheck:सरकार द्वारा ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। मीडिया रिपोर्ट गलत और निराधार है।
दावा : हिन्दुस्तान अखबार ने रिपोर्ट किया है कि #Covid_19 के मद्देनज़र केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एलटीसी/लीव एनकैशमेंट/ ओटीए/ मेडिकल जैसी सुविधाओं में कटौती का सामना करना पड़ेगा#PIBFactCheck:सरकार द्वारा ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है। मीडिया रिपोर्ट गलत और निराधार है। (1/2) pic.twitter.com/s0xvpvEHba
— PIB In Bihar #stayhome#staysafe (@PIB_Patna) April 27, 2020
दावा 2 : फेसबुक पोस्ट का दावा है #Coronavirus परीक्षण किट आईसीएमआर द्वारा बढ़े हुए मूल्य पर खरीदे गए
पीआईबी ने इस दावे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
#PIBFactcheck: परीक्षण किट के लिए (RT-PCR) 740-1150 रू और रैपिड टेस्ट किट (528-795 रू) का मूल्य निर्धारित किया है। आईसीएमआर ने इससे सस्ती किट वाली किसी भी कंपनी को आमंत्रित किया है।
दावा: फेसबुक पोस्ट का दावा है #Coronavirus परीक्षण किट आईसीएमआर द्वारा बढ़े हुए मूल्य पर खरीदे गए#PIBFactcheck: परीक्षण किट के लिए (RT-PCR) 740-1150 रू और रैपिड टेस्ट किट (528-795 रू) का मूल्य निर्धारित किया है।
आईसीएमआर ने इससे सस्ती किट वाली किसी भी कंपनी को आमंत्रित किया है। pic.twitter.com/MlPAo4tXpv— PIB In Bihar #stayhome#staysafe (@PIB_Patna) April 27, 2020
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