वर्चुअल मीटिंग में बोले लालू , कोरोना के चलते लाखों लोगों की मृत्यु हुई है, आपका फर्ज बनता है कि जितना हो सके, जनता के बीच जाकर उनकी सेवा करिए

एक लम्बे वक्फे के बाद रविवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव अपने नेताओं से मुखातिब हुए। राजद ने लालू यादव के जेल से बहार आने के बाद वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया था। इससे पहले लालू प्रसाद तय समय से करीब 50 मिनट की देरी से अपनी पहली वर्चुअल मीटिंग में जुड़े। सबों को दुआ सलाम किया। इसमें लालू प्रसाद ने राजद नेताओं से कहा कि आप सब गरीब लोगों की सेवा करिए। कोरोना के चलते लाखों लोगों की मृत्यु हुई है। चारों तरफ तबाही है। यह संकट की घड़ी है। आपका फर्ज बनता है कि जितना हो सके, जनता के बीच जाकर उनकी सेवा करिए। हम बीमार हैं। इस स्थिति में हम कहीं नहीं जा रहे। जैसे ही ठीक होंगे, आप सबों के बीच पटना आएंगे।

तबीयत ठीक होने पर आप लोगो के बीच जरूर आएंगे..

हालांकि लालू करीब चार मिनट ही बोल सके। मीटिंग के दौरान ही उनकी तबीयत खराब हो गई। कहा कि मैं बीमार हूं। नहीं जा रहे कहीं भी। डॉक्टर छुट्टी नहीं दे रहें। जाते-जाते कहा कि ‘तबीयत ठीक होने पर आप लोगो के बीच जरूर आएंगे…’ कहकर सभी को नमस्कार किया और मीटिंग बीच में छोड़ कर अनुपस्थित हो गए।

इस वर्चुअल मीटिंग में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह भी थे। वे पार्टी से जुड़े लोगों को पहले ही निर्देश दे चुके थे कि सभी समय से शामिल हो जाएं। सभी विधायक-विधान पार्षदों के साथ साथ पिछले चुनाव में प्रत्याशी रहे नेताओं को निर्देश जारी किया था। यह कोई सियासी बैठक नहीं थी बल्कि कोरोना महामारी के वक्त पार्टी के नेता कैसे लोगों की मदद करें वे ये दिशा निर्देश देंगे। गरीबों की मदद कैसे होगी इसपर चर्चा हुई। अस्पतालों की व्यवस्था और ऑक्सीजन पर भी सवाल उठाए गए।

बैठक को लेकर हो रहीं थी कई तरह की बातें

गौरतलब हो कि इस बैठक को लेकर कई दिनों पहले ही घोषणा हो चुकी थी जिसके बाद ट्विटर वार शुरू हो गया था। कई सत्ताधारी नेताओं ने ट्वीट कर लालू प्रसाद यादव को घेरने की कोशिश भी की थी। हालांकि आज होने जा रही बैठक को लेकर कई तरह की बातें हो रही थी।

सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा था “चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को जमानत पर छोड़ने के लिए आधी सजा काटने से लेकर गंभीर बीमारियों से पीड़ित होने तक, कई दलीलें दी गईं थीं, लेकिन जमानत मिलते ही वे अपना राजनीतिक कार्यक्रम घोषित कर रहे हैं. अब पार्टी उनकी बीमारियों को भुला चुकी है।”