कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग हिंदू नहीं हैं, ये सिर्फ हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने कांग्रेस की महिला इकाई ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस’ के स्थापना दिवस समारोह में यह दावा भी किया कि आरएसएस और भाजपा के लोग ‘महिला शक्ति’ को दबा रहे हैं और भय का माहौल पैदा कर रहे हैं।
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राहुल गांधी ने आगे कहा, “मैं बाकी विचारधारों के साथ कोई न कोई समझौता कर सकता हूं, मगर मैं आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा के साथ कभी समझौता नहीं कर सकता।” वो (भाजपा) अपने आप को हिंदू पार्टी कहते हैं और पूरे देश में लक्ष्मी और दुर्गा पर आक्रमण करते हैं। जहां ये जाते हैं, कहीं लक्ष्मी को मारते हैं, कहीं दुर्गा को मारते हैं। ये हिंदू धर्म का प्रयोग करते हैं, ये धर्म की दलाली करते हैं। मगर ये हिंदू नहीं हैं।
कांग्रेस नेता के मुताबिक, भाजपा और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है। राहुल गांधी ने कहा, ”अगर पिछले 100-200 साल में किसी एक व्यक्ति ने हिंदू धर्म को सबसे अच्छे तरीके से समझा और अपने व्यवहार में लाया, तो वह महात्मा गांधी हैं। इसे हम भी मानते हैं और आरएससस एवं भाजपा के लोग भी मानते हैं… महात्मा गांधी ने अहिंसा को सबसे अच्छे तरीके से जिया। हिंदू धर्म की बुनियाद अहिंसा है। इसके बावजूद आरएसएस की विचारधारा द्वारा महात्मा गांधी को गोली क्यों मारी गई? इस बारे में आपको सोचना होगा।”
राहुल ने आगे कहा कि वे आरएसएस और भाजपा की विचारधारा के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते। उन्होंने जोर देकर कहा, ”देश में आरएससस और भाजपा की सरकार है। इनकी विचारधारा और हमारी विचारधारा अलग अलग हैं। कांग्रेस की विचारधारा गांधी की विचारधारा है। गोडसे और सावरकर की विचारधारा और हमारी विचारधारा में क्या फर्क है, इसे हमें समझना होगा… हमें इनके खिलाफ प्रेम से लड़ना है। नफरत के जरिये हम नहीं लड़ सकते।”
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