तेज प्रताप के आरोप पर तेजस्वी ने दी अपनी प्रतिक्रिया बोले, लालू यादव को बंधक बनाने की बात उनके व्यक्तित्व से नहीं मिलती है, यह बात धयान देने योग्य नही

राजद विधायक तेज प्रताप यादव अपने बदले तेवर के साथ अपने भाई एवं नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर लालू प्रसाद को बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया है। तेजस्वी का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा था कि चार-पांच लोग हैं जो राजद प्रमुख लालू प्रसाद को पटना आने नहीं दे रहे हैं। जेल से निकले करीब साल भर हो गए, लेकिन अभी तक पटना एक बार भी नहीं आने दिया गया है। बंधक बनाकर रखा गया है। तेज प्रताप के इस सनसनीखेज आरोप के बाद सत्ता पक्ष के नेताओं ने आरजेडी (RJD) और खासकर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को घेरना शुरू कर दिया है। इधर, रविवार को पटना एयरपोर्ट पर तेजस्वी ने पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने अपने बड़े भाई के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ” लालू प्रसाद यादव ने कई ऐसे कार्य किए हैं, जिससे देश और बिहार के लोग उन्हें पहचानते हैं। वे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे, रेल मंत्री रहे। उन्होंने दो-दो बार प्रधानमंत्री बनाया। उन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करवाया था। ऐसे में उनको बंधक बनाने की बात उनके व्यक्तित्व से नहीं मिलती है। इसलिए इन सभी बातों पर ध्यान नहीं देना है।”

मुख्यमंत्री पर साधा निशाना

वहीं, उन्होंने नीति आयोग की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट में बिहार की असलियत सामने आ गई है। रिपोर्ट के संबंध में मुख्यमंत्री यह कहना कि मुझे पता नहीं यह सही नहीं है। बिहार में भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर है, यह हकीकत है। बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है. मौजूदा समय में राज्य बेरोजगारी का केंद्र बन चुका है। बिहार बर्बाद है, क्योंकि नीतीश कुमार है।

कुर्सी बचाने में लगे हैं मुख्यमंत्री 

मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ” वो (नीतीश कुमार) मेरे ज्ञान पर सवाल उठाते हैं। लेकिन उनके शासन काल में बिहार विकास के मामले में देश में सबसे निचले पायदान पर पहुंच गया है। मुख्यमंत्री के पास कुछ बोलने के लिए कुछ बचा नहीं है। हम तो पहले से कह रहे हैं यह थके हुए मुख्यमंत्री हैं और बिहार इनसे संभल नहीं रहा है। वो बिहार और बिहार के लोगों के विकास में नहीं, अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं।