प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश ने कीर्तिमान रचते हुए 100 करोड़ वैक्सीन की डोज देने का आंकड़ा किया पार, पीएम ने बताया भारत की है सफलता , हर देशवासी की सफलता…

देश ने गुरुवार को कीर्तिमान रचते हुए 100 करोड़ वैक्सीन की डोज देने का आंकड़ा पार किया है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कल 21 अक्टूबर को भारत ने 1 बिलियन, 100 करोड़ वैक्सीन डोज़ का कठिन लेकिन असाधारण लक्ष्य प्राप्त किया है।

 

इस उपलब्धि के पीछे 130 करोड़ देशवासियों की कर्तव्यशक्ति लगी है, इसलिए ये सफलता भारत की सफलता है, हर देशवासी की सफलता है।

दुनिया के दूसरे बड़े देशों के लिए वैक्सीन पर रिसर्च करना, वैक्सीन खोजना, इसमें दशकों से उनकी expertise थी।

भारत, अधिकतर इन देशों की बनाई वैक्सीन्स पर ही निर्भर रहता था।

पीएम मोदी ने देश में इस साल 16 जनवरी से शुरू हुए कोविड रोधी टीकाकरण के तहत नौ महीने में मिली इस उपलब्धि की सराहना करते हुए इसे भारतीय विज्ञान, उद्यम और 130 करोड़ भारतीयों की सामूहिक भावना की जीत बताया. इस उपलब्धि पर देश में जगह-जगह जश्न का आयोजन किया गया जिसमें कैलाश खेर के एक गीत सहित लालकिले पर हुआ एक दृश्य-श्रव्य कार्यक्रम भी शामिल है जहां देश में खादी के सबसे बड़े लगभग 1400 किलोग्राम वजनी तिरंगे झंडे का प्रदर्शन किया गया.

कहां हुआ सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन
अब तक, 9 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लक्षद्वीप, सिक्किम, उत्तराखंड और दादरा और नगर हवेली) में सभी वयस्क लोगों को कम से कम एक खुराक लग चुकी है. देश में टीकों की सर्वाधिक खुराक देने वाले टॉप पांच राज्यों में उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गुजरात और मध्य प्रदेश शामिल हैं.

देश को 30 करोड़ से 40 करोड़ तक पहुंचने में 24 दिन लगे और इसके 20 और दिन बाद छह अगस्त को देश में टीकों की दी गई खुराकों की संख्या बढ़कर 50 करोड़ पहुंच गई. इसके बाद उसे 100 करोड़ के आंकड़े तक पहुंचने में 76 दिन लगे. टीकाकरण मुहिम की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी और इसके पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाए गए थे. देश में 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण एक अप्रैल से शुरू हुआ था और 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू हुआ.