बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बख्तियारपुर में हुए हमले को आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव ने गलत बताया है। उन्होंने पूरी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य में राज्य के मुख्यमंत्री ही सुरक्षित नहीं है। उनकी सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक हुई है। कोई भी आकर सीएम पर हमला करे, ये कैसी व्यवस्था है। इस मामले में लिप्त लोगों को अविलंब गिरफ्तार किया जाना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बिहार पुलिस के डीजीपी के खिलाफ कार्रवाई हो।
मुख्यमंत्री पर हुए हमले की राजद ने की निंदा।
बता दें कि मुख्यमंत्री पर हमले की आरजेडी ने भी निंदा की थी। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा था, सीएम नीतीश के साथ युवक की हाथापाई निंदनीय है। राजद इसकी निंदा करता है।
राजद ने कहा बिहार में फेल है नीतीश कुमार।
नीतीश सरकार अब तो माने कि बिहार के लोग किस तरह के कमजोर और संक्रमित सरकारी सुरक्षा तंत्र को झेल रहे हैं, जब मुख्यमंत्री ही सुरक्षित नहीं तो राज्य की जनता आखिर कैसे सुरक्षित हो सकती हैं। वहीं, बिहार राजद ने ट्वीट कर लिखा था, ” बेरोजगारी हो, अफसरशाही या महंगाई, नागरिक अपना गुस्सा वोट की चोट से निकालें, हाथ की चोट से नहीं! किसी भी प्रकार का असंतोष या क्रोध केवल लोकतांत्रिक तरीकों से ही प्रकट की जाए! यह व्यवहार कतई उचित नहीं।
कौन था नीतीश कुमार पर हमला करने वाला शख्स।
मालूम हो कि बख्तियारपुर के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी पं. शीलभद्र याजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के दौरान रविवार को एक व्यक्ति द्वारा सुरक्षा घेरे में घुसकर मुख्यमंत्री पर हमले का प्रयास किया गया था। जिसे पकड़ लिया गया था। प्रारंभिक जांच में पाया गया था कि उक्त व्यक्ति का नाम शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू है, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने उक्त व्यक्ति के विरुद्ध कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने और उसकी समस्या को समझकर समाधान करने के साथ उसे चिकित्सा में जरूरी सहयोग प्रदान करने का निर्देश दिया है।
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