भाजपा ने साधा बिहार के मुख्यमंत्री पर निशाना, क्या यह खट्टास बीजेपी को पड़ेगी भरी……

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने शनिवार को स्पष्ट किया कि बिहार में जनगणना नहीं, जाति आधारित गणना हो रही है। उन्होंने कहा कि सातवीं अनुसूची में जनगणना का अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास है। यह न करंट लिस्ट में है और न स्टेट लिस्ट में। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व विपक्ष के नेता ने भी स्पष्ट रूप से गणना और सर्वे की बात कही है। किसी भी राज्य सरकार को गिनती, गणना या सर्वे कराने का अधिकार है।

विधानसभा में सबकी सहमति से तय होगा तौर-तरीका
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना को लेकर अभी तौर-तरीका निर्धारित नहीं हुआ है। यह विधानसभा में तय किया जायेगा। इसके लिए सभी दलों के सदस्य अपनी- अपनी बात रखेंगे। सभी आशंकाओं को निर्मूल करने के बाद ही कोई काम होगा।

क्षद्म नागरिकता लेने का न मिले आवरण
डॉ जायसवाल ने कहा कि गणना को लेकर भाजपा की दो तरह की चिंताएं हैं, जिससे मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया है। पहला ऐसा न हो कि रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को नागरिकता लेने का क्षद्म आवरण न मिल जाये। इसका ध्यान बिहार सरकार को रखना होगा। दूसरा सीमांचल इलाके में पिछड़ों को मिलने वाले 27 अारक्षण की हकमारी होने की संभावना बहुत ज्यादा है। एक उदाहरण है कि कैसे मुस्लिम में सवर्ण जाति शेख से आने वाले पूर्व मंत्री ने कुल्हरिया जाति में घुस कर ओबीसी का लाभ लिया।


डॉ जायसवाल ने राजद पर संपूर्ण क्रांति और जयप्रकाश नारायण को लेकर भी सियासी हमला बोला. उन्होंने कहा कि जेपी ने परिवारवाद, भ्रष्टाचार के खिलाफ और शिक्षा क्रांति को लेकर नारा दिया. मगर आज जेपी के सिद्धांतों के विपरीत एक पूर्व मुख्यमंत्री, जिन्हें देश के सबसे बड़े घोटाला में सजा हो चुकी है, के भ्रष्टाचार के आरोपी पुत्र जेपी की तस्वीर के साथ अपनी तस्वीर लगा रहे हैं. जिनके ऊपर से नीचे तक परिवारवाद है, वह जेपी की तस्वीर लगाये, यह शोभा नहीं देता. यह देख कर जेपी की आत्मा कराह रही होगी.


इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष ने राज्यसभा सांसद के तौर पर मनोनीत सतीश चंद्र दूबे और शंभू पटेल के चयन के लिए शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद दिया. नव निर्वाचित सांसद सतीश चंद्र दूबे ने कहा कि यह फक्र की बात है कि वे भाजपा के कार्यकर्ता हैं. भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो एक कार्यकर्ता को शिखर पर भेज सकता है. वहीं, शंभू शरण पटेल ने कहा कि मैंने सोचा नहीं था कि पार्टी नेतृत्व हम जैसे छोटे कार्यकर्ता और धानुक जैसे छोटे वर्ग से आने वाले को उच्च सदन भेजेगी. मेरे पास नेतृत्व को धन्यवाद देने के लिए शब्द नहीं है. इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन, सांसद अजय निषाद, प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश झा राजू, अशोक भट्ट, राकेश कुमार सिंह भी भी मौजूद रहे.