IGIMS में डेंगू का डंक, 10 डॉक्टर और परिजन पीड़ित, जानिए क्या है इसके लक्षण और बचाव

राजधानी पटना के आईजीआईएमएस में डेंगू का प्रकोप देखने को मिला है। आईजीआईएमएस के आवासीय कैंपस में 10 डॉक्टर इससे पीड़ित हो गए हैं। इनमें पांच डॉक्टरों के परिजन भी डेंगू की चपेट में आ गए हैं।

पीड़ित होने वाले सभी सीनियर डॉक्टर

पीड़ित होने वाले सभी डॉक्टर सीनियर हैं। जिन विभागों के डॉक्टर पीड़ित हुए हैं, उनमें नेफ्रोलॉजी, एनाटोमी, फिजियोलॉजी, एनेस्थेसिया आदि शामिल हैं। इतने सीनियर डॉक्टर तो कोरोना से भी संक्रमित नहीं हुए थे। दरअसल, ई-टाइप रेसीडेंशियल कैंपस में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से यह स्थिति पैदा हुई है।

मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने की पुष्टि

मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल ने भी इसकी पुष्टि की और कहा कि नगर निगम को मच्छर मारने के लिए दवा का छिड़काव करने के लिए लिखा गया है। उन्होंने कहा कि कैंपस के बाहर दीवार से सटे गंदगी की वजह से मच्छर प्रकोप बढ़ गया है।
दोनों में कई लक्षण समान, कोई विशेष इलाज भी नहीं, बचाव के लिए मास्क के साथ मच्छरदानी भी जरूरी

लक्षणः डेंगू में तेज बुखार, सिर में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, शरीर में दर्द की शिकायत होती है। इसे ब्रेकबोन फीवर भी कहा जाता है।
बचाव

डेंगू के मच्छर दिन में काटते हैं। फूल स्लीव शर्ट पहनें। मच्छरदानी या रिप्लेंट का इस्तेमाल करें।
घर में कहीं पानी जमा न होने दें। डेंगू के मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं।

डेंगू हो जाए तो क्या करें ?

कोई विशेष इलाज नहीं। सिम्टोमेटिक इलाज चलता है।
मरीज के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। कोई भी दवा डॉक्टरों की सलाह लें।
पीएमसीएच में जांच फ्री
पीएमसीएच में डेंगू की जांच और इलाज की निःशुल्क व्यवस्था है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच की सुविधा है। इलाज के लिए 30 बेड का स्पेशल वार्ड भी बनाया गया है।