बिहार में फिर से तेज़ हुई कोरोना की रफ्तार, सीएम नीतीश कुमार ने की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश

बिहार में कोरोना संक्रमण के आंकड़े एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं। इस दौरान ओमिक्रॉन (Omicron) का संक्रमण भी बिहार में दस्तक देना शरू कर चुका है। दरअसल गुरुवार को राजधानी पटना में ओमिक्रॉन का केस मिला है. बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 158 नए केस सामने आए हैं।

देश में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर कई राज्यों में पाबंदियां लगा दी है। लोगों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या बिहार में भी पाबंदियां लगा दी जाएगी। जिस पर सीएम नीतीश कुमार का बड़ा बयान सामने आया है। कोरोना के बढ़ते केस को लेकर स्कूल-कॉलेज पर सीएम नीतीश ने कहा कि अभी हमलोग ऐसी स्थिति में नहीं हैं। अभी बिहार में इतनी ख़राब स्थिति नहीं है कि कोई बड़ा फैसला लिया जाए।

वहीं आज, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले पर स्वास्थ्य विभाग के साथ समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कोरोना के बढ़ते मामले तथा उससे बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने देश में ओमिक्रोन वेरियेंट की राज्यवार स्थिति, राज्य में पिछले आठ दिनों का प्रतिदिन टेस्टिंग और पाजिविटी रेट आदि के संबंध में जानकारी दी।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ओमिक्रोन के टेस्टिंग की जल्द से जल्द राज्य में व्यवस्था करें ताकि ओमिक्रोन संक्रमितों का शीघ्र पता चल सके और ससमय इलाज हो सके। पिछले दो तीन दिनों से कोरोना संक्रमण में वृद्धि के ट्रेंड देखे जा रहे हैं, इस पर पूरी नजर रखें। उन्होंने सभी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के साथ-साथ जिला अस्पताल एवं अनुमण्डल अस्पताल में भी पूरी तैयारी रखने की बात कही। ऑक्सीजन एवं दवा की पर्याप्त उपलब्धता रखने के साथ-साथ टेक्नीशियन एवं पूरी मेडिकल टीम को अलर्ट मोड में रखें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसी कि जानकारी दी गयी है कि आज 10 करोड़ कोरोना टीका का डोज दिया जा चुका है, यह हम सबों के लिये खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रति सभी लोग को सजग एवं सचेत रहें। मालूम हो कि इससे पहले बिहार में ओमिक्रॉन का केस मिलने पर सीएम नीतीश कुमार ने बताया था कि ओमिक्रॉन का जांच अभी बिहार में नहीं होता है। जांच के लिए सैंपल दिल्ली भेजा जाता है। ओमिक्रॉन का सैंपल बाहर भेजने में टाइम लगता है लेकिन हमलोग इस बैठक में बात करेंगे कि बिहार में ही इसकी व्यवस्था की जाएगी।

हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सभी जिलों के लिये नोडल ऑफिसर बनाये गये हैं, जो एक-एक चीज पर नजर रखेंगे। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्पीड पोस्ट के माध्यम से कोविड होम आइसोलेशन मेडिकल कीट लोगों के घर तक पहुंचाया जायेगा, जिसमें होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों के लिये दवा के उपयोग की विधि एवं प्रिकॉशन के बारे में जानकारी भी लिखी रहेगी। उन्होंने बताया कि बिहार में टीकाकरण की रफ्तार और बढ़ रही है और आज तक 10 करोड़ कोरोना टीका का डोज दिया जा चुका है।

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत एवं मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे।

गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना के तीसरे दौर को लेकर कहा है कि, अब कोरोना बढ़ने लगा है, आज से 10 दिन पहले तक बिहार में कोरोना का केस 50 से नीचे था। रोज लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। लोगों को सजग रहने की जरुरत है। सरकार इससे निपटने के लिए तैयार है। बता दें कि बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 158 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 488 हो गई है। मालूम हो कि गुरुवार को राजधानी पटना में ओमिक्रॉन का पहला केस मिला है।