
भारत की विकसित तकनीक के साथ आज बिहार के नेता भी कदम ताल कर रहे हैं। बदलते बिहार के नेताजी भी अब पूरी तरह डिजिटल हो गये हैं। घर-घर जाकर हाथ जोड़ने के साथ ही अब नेता जी घर बैठे मोबाइल-लैपटॉप से भी आमजनों से वोट मांग रहे हैं। वर्चुअल मीटिंग, फेसबुक लाइव और सोशल साइट के जरिये चुनाव प्रचार का दायरा अब थोड़ा सुविधाजनक लग रही है। सोशल साइट पर चुनावी पिच तैयार करने के लिए कुछ लोगों ने धुरंधर आइटी एक्सपर्ट को रखा है। वहीं दूसरी ओर अधिकांश उम्मीदवारों के घर के सदस्य ही आइटी सेल के रूप में जोर-शोर से काम कर रहे हैं।
नेताओं को मिल रहा परिवार का भरपूर साथ…..
परिवार के सदस्य ही स्लोगन से लेकर नये एप के माध्यम से वीडियो क्लिप तैयार कर सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। शहर के करीब एक दर्जन उम्मीदवारों से चर्चा करने के बाद मामला सामने आया कि घर का बेटा ही चुनाव प्रचार का ए-टू-जेड स्ट्रैटजी तैयार कर रहा है। एक नेता जी ने कहा कि उन्हें मोबाइल पर बात करने के अलावे कुछ समझ में नहीं आता है। लेकिन घर में बेटा-बेटी दोनों ने चुनाव प्रचार की पूरी जिम्मेदारी को थाम लिया है।
आईटी सेक्टर के युवाओं को भी मिल रहा फायदा…..
नगर निगम चुनाव में कुछ उम्मीदवार पटना और दिल्ली में बैठे आइटी एक्सपर्ट से भी चुनाव प्रचार करा रहे हैं ताकि डिजिटल प्रचार में भी जनता को कुछ नया और हाइटेक लगे। एक आइटी एक्सपर्ट ने बताया कि एसएमएस और आडियो मैसेज की इस चुनाव में ज्यादा मांग है। क्योंकि नेताओं का संदेश सभी तक एक क्लिक में पहुंच जाता है। ऐसे प्लेटफार्मों के जरिये ही प्रत्याशियों का मुद्दा हर तबके के लोगों तक पहुंच जाता है। इसके लिए ऑनलाइन कॉन्ट्रैक्ट भी लिया जाता है। आइटी से जुड़ी कई कंपनियां निगम चुनाव पर अलग-अलग जगहों पर काम कर रही है। साथ ही एजेंसियां ऐसे कंटेंट राइटर को हायर कर रही है, जो नेताओं के लिए कमेंट और स्लोगन भी लिखते हैं।
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