कोरोना महामारी के कारण देश में लागू लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को खुले दिल से लोगों की मदद करने वाले सोनू सूद अब विदेश में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स को देश लाने जा रहे हैं. उन्होंने इसका ऐलान खुद किया है. इसके लिए पहली फ्लाइट 22 जुलाई को भेजने की तैयारी है.
पहली चार्टर फ्लाइट 22 जुलाई को चलेगी
सोनू सूद ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए कहा, ‘किर्गिस्तान में फंसे स्टूडेंट्स को घर लाने का वक्त आ गया है. Bishkek -Varanasi पहली चार्टर फ्लाइट 22 जुलाई को चलेगी. इसकी डिटेल मेल आईडी ओर मोबाइल पर भेज दी जाएगी. इसी हफ्ते कुछ और देशों से भी चार्टर फ्लाइट का संचालन किया जाएगा.
This is to inform to all the students of Kyrgyzstan that it’s time to come home ❣️we are operating the first charter Bishkek -Varanasi on 22nd July.The details of which will be sent to your email id and mobile phones in a while. Charters for other states will also fly this week.
— sonu sood (@SonuSood) July 21, 2020
कई नर्सों को फ्लाइट से केरल से ओडिशा भेजा
सोनू सूद इससे पहले भी फ्लाइट के जरिए लोगों को उनके शहर-घर भिजवा चुके हैं. लॉकडाउन के शुरुआती दिनों में केरल में ओडिशा की कई नर्सें फंस गई थीं. जब उन्होंने सोनू सूद से मदद मांगी तो उन्होंने रहकर उनकी मदद की. कई नर्सों को उन्होंने फ्लाइट के द्वारा केरल से ओडिशा घर भेजा. इस पर ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने उनकी जमकर तारीफ की थी. हालांकि, ऐसा पहली बार होगा जब विदेश से सोनू सूद किसी भारतीय को उसके घर ला रहे हैं.
फुटपाथ पर मिली महिला को सूद ने किया मदद
मुंबई से प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के बाद भी सोनू सूद लगातार उनकी मदद कर रहे हैं. दो दिन पहले जब ट्विटर पर एक फोटो वायरल हुई थी जहां एक परिवार को फुटपाथ पर सोना पड़ा था तो सोनू सूद ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया था. उन्होंने कहा था कि इस परिवार के सिर पर कल छत होगी.
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