सीबीएसई ने परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया है। फैसला किया गया है कि स्कूल के टर्म एग्जाम और असेसमेंट में ओपेन बुक सिस्टम को लागू किया जायेगा। ओपेन बुक सिस्टम से ही अब छात्र स्कूल का पहला और दूसरा टर्म एग्जाम देंगे। इसकी जानकारी सीबीएसई द्वारा स्कूलों को दी जा रही है। अभी तक टर्म एग्जाम लिखित परीक्षा के आधार पर होता था। लेकिन सीबीएसई ने इसमें बदलाव कर दिया है। ऐसे में स्कूलों को ओपेन बुक सिस्टम से ऑनलाइन परीक्षा लेने को कहा गया है।
बच्चे ऑनलाइन देंगे परीक्षा
बोर्ड की मानें तो चूंकि बच्चे ऑनलाइन ही परीक्षा देंगे। ऐसे में उनके ऊपर नजर रखना संभव नहीं है। लेकिन उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई समझ में आ रही है। यह ओपेन बुक सिस्टम से ही पता चल सकता है। परीक्षा का माध्यम वस्तुनिष्ठ प्रश्न पर आधारित होगा। एक प्रश्न के जवाब देने के लिए छात्रों को एक मिनट से भी कम समय दिया जायेगा। बच्चों को किताबें देखने की छूट रहेगी। यह सिस्टम 5वीं से 12वीं तक के स्कूल एग्जाम में लागू किया गया है। एनसीईआरटी द्वारा हर साल शैक्षणिक कैलेंडर बनाया जाता है। इसी आधार पर स्कूली शिक्षा होती है। इस बार कोरोना के कारण एनसीईआरटी द्वारा पहले छह सप्ताह के लिए और अब तीन महीने के लिए शैक्षणिक कैलेंडर बनाया गया है। इसमें ऑनलाइन एग्जाम सिस्टम में बदलाव किया गया है।
क्या होता है ओपेन बुक सिस्टम
परीक्षा के इस पैटर्न में परीक्षा के दौरान किताब खोल कर लिखने की छूट होती है। इस सिस्टम के तहत बने प्रश्न सारे रिसर्च बेस्ड होते है। डेफ्थ और सेल्फ स्टडी करने वाले छात्र उन प्रश्नों का जवाब आसानी से दे पाते हैं। इसके तहत जो भी प्रश्न पूछे जाते हैं वो बिलकुल अलग रहते हैं। सीबीएसई द्वारा 2013 में 9वीं से 12वीं तक ओपेन बुक सिस्टम लागू किया था। लेकिन इसका विरोध होने पर इसे वापस ले लिया गया। क्योंकि इस आधार पर रिजल्ट में कमी आयी थी। छात्र आपेन बुक सिस्टम को एक्सेप्ट नहीं कर पाये।
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