रक्षा मंत्री ने नौसेना कमांडर्स सम्मेलन का किया उद्घाटन, समुद्री सीमाओं की रक्षा के लिए नौसेना की सराहना

एलएसी पर तनाव के बीच दिल्ली में भारतीय नौसेना का तीन दिवसीय कमांडर्स सम्मेलन शुरू हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नौसेना कमांडरों के इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “आज नौसेना कमांडरों के सम्मेलन में भाग लिया। मैं राष्ट्र के समुद्री हितों की रक्षा में उनकी भूमिका के लिए भारतीय नौसेना की सराहना करता। मुझे अपने जहाजों और विमानों को तैनात करने में सक्रिय प्रतिक्रिया के माध्यम से किसी भी चुनौती को पूरा करने के लिए नौसेना की तैयारियों पर पूरा भरोसा है।“

नौसेना की तैयारियों पर पूरा भरोसा

रक्षा मंत्री ने कहा कि “ भारतीय नौसेना ने संवेदनशील स्थानों पर नौसेना के जहाजों और विमानों को तैनात करके समुद्री हितों की रक्षा के लिए मिशन-आधारित तैनाती को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया है। तैनाती ने समुद्री अधिकार क्षेत्र में जागरूकता बढ़ाने में मदद की है, तेजी से मानवीय सहायता प्रदान की है।“

पूर्वी लद्दाख में बरकरार तनाव को लेकर काफी अहम

दिल्ली में चल रही तीन दिवसीय सम्मेलन चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में बरकरार तनाव को लेकर काफी अहम मानी जा रही है। नौसेना पहले से ही हिंद महासागर में ऑपरेशनल अलर्ट पर है। नौसेना के जंगी जहाज, सर्विलांस और एयरक्राफ्ट कैरियर्स पूरी तरह से मुस्तैद हैं। साथ ही लद्दाख सेक्टर में भी इंडियन नेवी की मौजूदगी है।

नौसेना कमांडरों के सम्मेलन में संयुक्त योजना ढांचे, तीनों सेवाओं में तालमेल और ऑपरेशनल तैयारियां बढ़ाने के उपायों के साथ-साथ कुशलता बढ़ाने के लिए नौसेना में कार्य संबंधी पुनर्गठन पर विचार किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि हिंद महासागर में चीन और पाकिस्तान समेत सभी संभावित सुरक्षा चुनौतियों पर सम्मेलन में विस्तार से विचार विमर्श किया जाएगा।