सीएम नीतीश कुमार ने वैशाली स्थित बुद्ध स्मृति स्तूप का किया निरीक्षण, कहा- 2021 तक बन जाएगा बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली स्थित बुद्ध स्मृति स्तूप का दौरा किया. इसके साथ ही बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय  का भी निरीक्षण किया. इस दौरान बुद्धा स्मृति में चल रहे कई निर्माणाधीन कार्यों को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा की.

मुख्यमंत्री के वैशाली दौरे के दौरान सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्य सचिव समेत कई अधिकारी और नेतागण मौजूद रहे. मु्ख्यमंत्री ने निर्माणाधीन कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया.

बुद्ध की अस्थियां जल्द वैशाली संग्रहालय में होगी स्थापित

बुद्ध स्मृति स्तूप और बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भगवान बुद्ध की अस्थियां पटना संग्रहालय में रखा  हुआ है और जल्द ही अस्थियां वैशाली स्थित संग्रहालय में स्थापित कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 2021 तक बुद्ध स्मृति स्तूप और बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय बन जाएगा, इसके बाद वैशाली विश्व के पर्यटन मानचित्र पर स्थापित हो जाएगा।

वैशाली में ही प्राप्त हुआ था वास्तविक अस्थि अवशेष

भगवान बुद्ध का अस्थि अवशेष आठ जगहों से मिला था लेकिन वास्तविक अस्थि अवशेष वैशाली में ही प्राप्त हुआ। इसका जिक्र चीनि यात्री वेंगशन द्वारा लिखित पुस्तक में है। यह अवशेष प्रख्यात इतिहासकार डॉ.अनन्त शदाशिव अलतेकर के अध्ययन से प्राप्त हुआ। खुदाई के दौरान यहां स्तूप का पता चला।

विश्व के पर्यटन मानचित्र पर स्थापित हो जाएगा वैशाली

वैशाली बुद्ध सर्किट से अभिन्न रूप से जुड़ा हुआ है। कई देशों की मॉनेस्ट्री, विश्व शांति स्तूप व बुद्ध से जुड़े कई दर्शनीय ऐतिहासिक स्थल हैं। भगवान बुद्ध का अस्थि अवशेष के लिए वैशाली दुनिया के देशों में फैले बौद्धों के लिए तीर्थस्थल बना है। अस्थि अवशेष यहां न होने से बौद्ध धर्मावलंबियों को निराशा हाथ लगती है। बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय सह स्मृति स्तूप बन जाने के बाद वैशाली विश्व के पर्यटन मानचित्र पर स्थापित हो जाएगा।

आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की योजना के अनुसार संग्रहालय में भगवान बुद्ध का गृह त्याग, बुद्ध की मौसी गौतमी के साथ पहली बार संघ में महिलाओं का प्रवेश व प्रवज्या, भगवान बुद्ध व महान नृत्यांगना आम्रपाली समेत विविध प्रसंगों पर आधारित भीत्ति चित्र, प्रतिकृति व पुरातात्विक महत्व की वस्तुएं रखी जाएंगी। 150 करोड़ से पत्थर का स्तूप बनेगा। 17317 वर्ग मीटर में बनने वाला यह स्तूप देश में दूसरा स्तूप होगा।