पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले ममता दीदी को लगा झटका, ‘हाथ’ के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी वाममोर्चा

पश्चिन बंगाल में कुछ महीनों में ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले सूबे की राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी हैं। इस बार चुनाव में बीजेपी जहां सत्ता पर काबिज होने के लिए मशक्कत कर रही है वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने अपना गढ़ बचाने में लगी हुई है। चुनाव से पहले टीएमसी के कई कद्दावर नेता भाजपा में शामिल हो चुके हैं और कई नाराज चल रहे हैं।

टीएमसी की मांग को कांग्रेस के बाद वाममोर्चा ने ठुकराया

वहीं सूबे में बीजेपी की लगातार बढ़ रही जनाधार को रोकने के लिए टीएमसी ने कांग्रेस और वामदल का साथ मांगा था। लेकिन दोनों पार्टियों ने ममता की मांग को खारिज कर दिया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधिरंजन चौधरी ने उन्हें गठबंधन के स्थान पर अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय करने की सलाह दी थी। वहीं वामदलों ने भी टीएमसी को अपना जवाब दे दिया है।

BJP और TMC के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ेगी वाममोर्चा

वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमन बोस ने रविवार को कहा, ‘पश्चिम बंगाल को धार्मिक ध्रुवीकरण से बचाने के लिए हम भाजपा और टीएमसी के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हमारे (कांग्रेस और वाम मोर्चा) के बीच कोई गलतफहमी नहीं है। हालांकि सीट बंटवारे पर अभी चर्चा होना बाकी है।

भाजपा के मजबूत होने के लिए सत्तारूढ़ दल जिम्मेदार

राज्य कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने प्रदेश में भाजपा के मजबूत होने के लिए सत्तारूढ़ दल को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा, ‘हमें तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन में कोई दिलचस्पी नहीं है। पिछले 10 सालों से हमारे विधायकों को खरीदने के बाद तृणमूल कांग्रेस को अब गठबंधन में दिलचस्पी क्यों है। अगर ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ लड़ने को इच्छुक हैं तो उन्हें कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए क्योंकि वही सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई का एकमात्र देशव्यापी मंच है