प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत और बांग्लादेश के बीच बने मैत्री सेतु का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपने बांग्लादेश दौरे के दौरान मैंने और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मिलकर त्रिपुरा को बांग्लादेश से सीधे जोड़ने वाले ब्रिज का शिलान्यास किया था और आज इसका लोकार्पण किया गया है।
त्रिपुरा में बह रही विकास की गंगा
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि त्रिपुरा की जनता ने तीन साल पहले नई सरकार चुनकर एक नई शुरुआत की थी, जिसका असर दिख रहा है. मोदी ने कहा, ‘बीते 6 साल में त्रिपुरा को केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि में बड़ी वृद्धि की गई है, वर्ष 2009 से 2014 के बीच केंद्र सरकार से त्रिपुरा को केंद्रीय विकास परियोजनाओं के लिए 3500 करोड़ रुपए की मदद मिली थी, जबकि साल 2014 से 19 के बीच 12 हजार करोड़ रुपए से अधिक की मदद दी गई है.
डबल इंजन की सरकार में तेजी से विकास
पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि आपके पड़ोस में ही, गरीबों, किसानों, बेटियों को सशक्त करने वाली योजनाएं या तो लागू ही नहीं की गई, या तो लागू ही नहीं की गई, या बहुत धीमी गति से चल रही है, डबल इंजन सरकार का सबसे बड़ा असर गरीबों को पक्के घर देने में दिख रहा है.
त्रिपुरा से चटगांव बंदरगाह जाना हुआ आसान
फेनी नदी पर बना यह मैत्री सेतु दक्षिण त्रिपुरा को बांग्लादेश के रामगढ़ से जोड़ेगा। 1.9 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण 2017 में शुरू किया गया था। इसका निर्माण दो साल में होना था, लेकिन कोरोना के कारण इसमें विलंब हुआ। इसके जरिए बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह जाना सुगम होगा।
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