शस्त्र पूजा करके मोहन भागवत बोले-हम शांत है, दुर्बल नहीं, CAA को लेकर देश में षडयंत्र रचा गया

देश आज विजयादशमी का त्योहार मना रहा है। इसी दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस भी होता है। इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर शस्त्र पूजा की और लोगों को संबोधित किया.। उन्होंने अपने संबोधन में सीएए भारत-चीन संबंध, कोरोना के संक्रमण जैसे मुद्दों पर बात की।

हम शांत हैं इसका अर्थ दुर्बल नहीं-भागवत

भागवत ने अपने संबोधन में चीन पर निशाना साधा और कहा कि हम शांत रहते हैं इसका मतलब यह नहीं कि हम दुर्बल हैं।यह बात तो अब चीन भी समझ गया होगा। लेकिन ऐसा नहीं है कि इसके बाद हम लापरवाह हो जाएं। ऐसे खतरों पर हमको नजर बनाए रखनी होगी ।आगे उन्होंने कहा कि हम सभी से मित्रता बनाए रखना चाहते ह।यह हमारा स्वभाव है।लेकिन हमारी सद्भावना को दुर्बलता मानकर हमें कोई दबा दे,यह हो नहीं सकता।

सीएए को लेकर देश में षडयंत्र रचा गया

नागरिकता संशोधन कानून का उल्लेख करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि कुछ पड़ोसी देशों से सांप्रादायिक कारणों से प्रताड़ित होकर विस्थापित किए गये हमारे लोग, जो भारत में आएंगे उनको मानवता के हित में तुरंत नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान रखा गया. भारत के इस नागरिकता संशोधन अधिनियम कानून में किसी संप्रदाय विशेष का विरोध करने का काम नहीं किया गया है. आगे उन्होंने कहा कि सीएए को आधार बनाकर समाज में विद्वेष व हिंसा फैलाने का षडयंत्र जारी है. इस कानून को संसद से पूरी प्रक्रिया से पास करने का काम किया गया है. इस षडयंत्र में शामिल लोग मुसलमान भाइयों के मन में यह बैठाने की कोशिश कर रहे हैं कि वे अब भारत में नहीं रह पाएंगे जो सरासर गलत है।