बिहारवासियों के रहने, खाने और स्वास्थ्य का त्रिगुण ही इस वक्त राज्य सरकार की प्राथमिकता- मंत्री, संजय कुमार झा

बिहार के जल संसाधन मंत्री और जद-यू महासचिव संजय कुमार झा ने कोरोना वायरस से फैल रही महामारी को रोकने में बिहार सरकार की तैयारियों को संतोष जनक बताते हुए  मुख्यमंत्री की सराहना के साथ और उन्हें सच्चा लीडर बताया।

उन्होंने कोरोना से निबटने के बिहार सरकार के प्रयासों के साथ साथ जन मानस की सराहना करते हुए कहा, ‘बिहार में अब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। यह राज्य सरकार द्वारा सही समय पर लिये गये कारगर फैसलों और सरकारी निर्देशों पर जनता के सहयोग और सहकार की वजह से ही संभव हो सका है।

उन्होंने में बताया कि कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई में सबसे अहम मुख्य भूमिका निभाने वाले डॉक्टरों से भी मुख्यमंत्री ने व्यक्तिगत तौर पर बात की है। साथही उन्होंने देश के लिए आने वाले 10 दिनों को बेहद महत्त्वपूर्ण बताया, जोकि लॉकडाउन का अंतिम चरण भी है। क्योंकि इसी पर हमारी लड़ाई निर्भर करेगी।‘

उन्होंने  कहा सोशल डिस्टेंसिंग ही कोरोना का एकमात्र उपाय है। उन्होंने कहा कि हमें अगले 10 दिनों तक अतिरिक्त चौकसी बरतनी है और सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देशों का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में रहना है। 21 दिनों के लॉकडाउन का पालन स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कर रहे हैं। लॉकडाउन की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री ने अपने आवास से बाहर जाना बंद कर दिया है। सभी जरूरी बैठकें उनके आवास 1 अणे मार्ग में ही होती हैं। सारे जरूरी निर्देश भी वहीं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न जिलाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को दिया जाता है। उन्होंने ये भी जानकारी दी कि मुख्यमंत्री के अधिकतर कर्मचारियों को घर से ही काम करने को कहा गया है।”

जल संसाधन मंत्री ने कहा कि बिहारवासियों के रहने, खाने और स्वास्थ्य का त्रिगुण ही इस वक्त राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। उन्होंने, ‘नितीश कुमार द्वारा समय-समय पर खुद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलाधिकारियों और मुखियाओं को जरूरी निर्देश देते रहने की बात करते हुए कहा कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन में रखने का इंतजाम किया गया है एवं अभी पटना में 60 आइसोलेशन सेंटर चल रहें है। साथही उन्होंने बताया कि राज्य के बाहर से लौटे बिहार वासियों की स्क्रीनिंग कल से शुरू हो गई है। बिहार के बॉर्डर पर राहत आपदा सीमा केंद्र बनाए गए हैं जहां पर बाहर से आ रहे लोगों को 14 दिन के लिए रखा जा रहा है। उन्होंने ये भी बताया कि जो लोग 15 मार्च से पहले बिहार लौटे थे उन्हें उनके गांव के मुखिया सरपंच आदि द्वारा चिन्हित कर उनके अपने घर में ही होम कवरांटाइन में रखा जा रहा है। पंचायत भवनों एवं स्कूलों को भी आइसोलेशन सेंटर के लिए तैयार किया गया है जिनमें आज 27 हज़ार से ज्यादा लोग रह रहे हैं।‘

संजय कुमार झा ने सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयासों से अवगत कृते हुए नागरिकों से सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करने की अपील की है।