बिहार में विधानसभा चुनाव होने के पहले पटना में राजनीतिक सरगरमिया तेज हो गई है. जहां एक ओर एनडीए चुनाव की तैयारी में पूरी तरह से जुट गई है. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के सहयोगी दल अपने पार्टी को मजबूत करने में लग गए है. इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने बड़ा फैसला लिया है. कांग्रेस पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद का निलंबन रद्द करने की घोषणा की है. इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव मोतीलाल बोरा ने आर्डर जारी कर दिया है. इसके पहले विधायक भावना झा का भी निलंबन वापस कर लिया गया था.
दरअसल, पिछले साल लोकसभा चुनाव में शकील अहमद ने बिहार में महागठबंधन के प्रत्याशी के खिलाफ मधुबनी सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. यहां तक कि शकील अहमद ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव भी लड़ा था. इसके चलते उन्हें पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया गया था.
शकील अहमद कांग्रेस के बड़े चेहरे
बिहार में कांग्रेस पार्टी के शकील अहमद एक बड़े मुस्लिम चेहरे के रूप में जाने जाते हैं. कांग्रेस पार्टी में रहते हुए उन्होंने लगातार बीजेपी पर हमलावर तेवर अपनाए रखा था. वो कांग्रेस पार्टी की तरफ से बीजेपी से सवाल उठाते रहे थे. माना जाता है कि लोकसभा चुनाव में शकील अहमद मधुबनी लोकसभा सीट से कांग्रेस का टिकट चाहते थे. हालांकि, महागठबंधन में सीटों के बंटवारे के बाद उनके हाथ खाली रह गए थे.
गोहिल ने निलंबन वापस के लिए आलाकमान को भेजा था पत्र
दरअसल बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने शकील अहमद के निलंबन वापसी को लेकर कांग्रेस नेतृत्व को पत्र भेजा था।उस पत्र के आलोक में कांग्रेस अध्यक्षा ने उस पर सहमति दे दी ।इसके बाद उनके निलंबन वापसी का आदेश जारी हुआ।
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