बिहार चुनाव : CM नीतीश कुमार ने जारी किया निश्चय पत्र-2020, कहा-लोगों की सेवा हीं हमारा धर्म

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निश्चय पत्र-2020 जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों की सेवा करना हमारा धर्म है। उन्होंने बिहार की सेवा करने का मौका देने के लिए आम जनता को धन्यवाद दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री ने आम लोगों के सहयोग और आशीर्वाद से सात निश्चय भाग-2 को क्रियान्वित कर राज्य को विकास की ऊंचाइयों तक पहुंचाते हुए सक्षम और स्वावलंबी बिहार बनाने का विश्वास जताया है. निश्चय पत्र-2020 में सात निश्चय भाग-2 का विस्तार से जिक्र किया गया है. इसके तहत अगले पांच वर्षों में सात बिंदुओं पर काम करने का संकल्प लिया गया है।

युवाओं को किया जाएगा प्रशिक्षित

इस निश्चय पत्र में स्पष्ट किया गया है कि पिछली सभी योजनाएं जारी रहेंगी. नयी योजना के तहत युवा शक्ति-बिहार की प्रगति में युवाओं को बेहतर तकनीकी प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी, ताकि उन्हें बिहार के साथ-साथ देश-विदेश में भी रोजगार मिल सके. राज्य के प्रत्येक आअटीआअ और पॉलिटेक्निक संस्थानों में उच्चस्तरीय सेंटर ऑफ एक्सेलेंस बनाया जायेगा. सोलर, ड्रोन तकनीक, ऑप्टिकल फाइबर एवं नेटवर्किंग, ट्रांसफॉर्मर मैन्युफैक्चरिंग इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जायेगा।

हर प्रमंडल में बनेगा ट्रेनिंग सेंटर

प्रत्येक प्रमंडल में टूल रूम और ट्रेनिंग सेंटर बनाया जायेगा. इसका मकसद रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है. युवाओं को नया उद्यम या व्यवसाय लगाने के लिए परियोजना लागत का 50प्रतिशत या अधिकतम तीन लाख रुपये तक का अनुदान दिया जायेगा. सात लाख तक के ऋण पर सात प्रतिशत का ब्याज अनुदान दिया जायेगा. महिलाओं में उद्यमिता बढ़ाने के लिए परियोजना लागत का 50प्रतिशत या अधिकतम पांच लाख रुपये तक का अनुदान दिया जायेगा. साथ ही अधिकतम पांच लाख रुपये तक ब्याज मुफ्त ऋण दिया जायेगा. तीसरे निश्चय के तहत हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराया जायेगा।

दूसरे निश्चय सशक्त महिला-सक्षम महिला के तहत आगे की पढ़ाई के लिए इंटर पास होने पर अविवाहित महिलाओं को 25 हजार और ग्रेजुएट होने पर 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी. पुलिस थाना, प्रखंडों, अनुमंडल और जिलास्तरीय कार्यालयों में आरक्षण के अनुसार महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी.

वहीं, चौथे निश्चय स्वच्छ गांव-समृद्ध गांव के तहत सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगायी जायेगी और उनका रखरखाव भी किया जायेगा. प्रत्येक घर से ठोस कचरा इकट्ठा कर ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन और जल प्रबंधन की व्यवस्था से निबटाया जायेगा. आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल कर दूध और प्रसंस्करण, मुर्गी व मछली पालन आदि को बढ़ावा दिया जायेगा. राज्य के चौर क्षेत्रों, तालाब और पोखर विकसित किये जायेंगे.

पांचवें निश्चय के स्वच्छ शहर-विकसित शहर के तहत बुजुर्गों के लिए सभी शहरों में आश्रय स्थल बनाये जायेंगे. वहीं शहर में रह रहे बेघर-भूमिहीन गरीब लोगों को बहुमंजिला भवन बनाकर आवास उपलब्ध कराया जायेगा. सभी शहरों और महत्वपूर्ण नदी घाटों पर विद्युत शवदाह गृह सहित मोक्षधाम का बनेगा. सभी शहरों में स्ट्रॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम को विकसित किया जायेगा, जिससे जलजमाव की समस्या नहीं होगी.

छठे निश्चय सुलभ संपर्कता के तहत ग्रामीण पथों को बाजार, अस्पताल, एसएच और एनएच तक जोड़ा जायेगा. जाम से मुक्ति के लिए शहरी क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार बाइपास या फ्लाइओवर बनवाये जायेंगे.

इसके साथ ही सातवें निश्चय में सबके लिए अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधा के तहत पशुओं के लिए सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधा निःशुल्क होगी. बेहतर पशु स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए आधारभूत व्यवस्थाएं, कॉल सेंटर और मोबाइल एप की मदद से डोर स्टेप सेवा दी जायेगी. प्रत्येक 8-10 पंचायतों पर पशु अस्पताल की व्यवस्था की जाएगी. टेलिमेडिसिन के माध्यम से भी पशु अस्पताल से जुड़ेंगे, जिनसे चिकित्सा परामर्श दिया जा सकेगा.

गांव-गांव तक लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता के लिए स्वास्थ्य उप केंद्रों को टेलीमेडिसिन के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अनुमंडल अस्पताल और जिला अस्पताल से जोड़ा जायेगा. डायबिटीज, हाइ ब्लडप्रेशर और मोतियाबिंद आदि बीमारियों के लिए स्क्रीनिंग की जायेगी. गंभीर बीमारी के मामलों को रेफर किया जायेगा. इसके साथ ही पैथोलॉजिकल जांच के लिए सैंपल एकत्र कर उनकी जांच की भी व्यवस्था की जायेगी.