मोदी सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार आज, कैसा होगा मंत्रिमंडल?, किसे केंद्रीय कैबिनेट में मिल सकती है जगह

बिहार का सियासी पारा पिछले कुछ दिनों से लगातार ऊपर ही चढ़ता जा रहा है। एक तरफ राष्ट्रीय जनता दल का 25 वां स्थापना दिवस तो वहीं दूसरी तरफ रामविलास पासवान की जयंती को लेकर सियासत गर्म है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार फिर से शरू करना, लेकिन इस बीच सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। चिराग पासवान से बगावत कर अलग होने वाले चाचा पशुपति पारस के साथ कई नेताओं को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोन आना।

नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार आज, बुधवार शाम 6 बजे होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इस मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद ये भारत के इतिहास का सबसे युवा मंत्रिमंडल हो जाएगा। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार से पहले मोदी सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एक अलग ‘सहकारिता मंत्रालय’ बनाया है। बताया जा रहा है कि इस बार कई युवा चेहरों को इसमें तरजीह दी जा रही है, जिसके चलते मंत्रिमंडल की औसत आयु काफी कम हो जाएगी। सूत्रों ने ये जानकारी दी।

30 नए चेहरे हो सकते हैं शामिल- सूत्र

सूत्रों का कहना है कि इस बार विस्तार में नए चेहरों की संख्या 30 के पार भी जा सकती है, जबकि कई चेहरों को अलग अलग वजहों से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।

इससे पहले खबरें थीं कि 17 से 22 मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।

नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट का विस्तार होने वाला है। केंद्रीय कैबिनेट विस्तार में इस बार जेडीयू भी शामिल होगा। इससे बिहार की हिस्सेदारी ने इजाफा होगा। सियासी गलियारे में हो रही चर्चा के अनुसार, आज शाम स्थिति साफ़ हो जाएगी। हालांकि एनडीए खेमे में काफी उत्साह है। खासकर बीजेपी और जेडीयू में अ​त्यधिक खुशी है। लोजपा के पारस गुट से भी मंत्री बनाए जा सकते हैं। सूत्रों की मानें तो इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फोन भी आने लगे हैं और संभावित नाम वाले नेता दिल्ली भी पहुंचने लगे हैं।

बिहार के सियासी गलियारे से मिल रही जानकारी के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पशुपति कुमार पारस को फोन किया था। इसके बाद वे आनन-फानन में दिल्ली पहुंच गए। हालांकि, जब मीडिया ने मंत्री बनाये जाने के संबंध में आए फोन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। पशुपति पारस ने दिल्ली जाने से पहले मीडिया को बताया कि अमित शाह ने दिवंगत रामविलास पासवान को नमन किया था। उनके संबंध में ही बातें हुई थीं। चर्चा तो यह भी है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चिराग पासवान को भी फोन किया था।

दूसरी ओर, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी दिल्ली पहुंच गए हैं। इस बार के केंद्रीय कैबिनेट विस्तार में जेडीयू भी शामिल होगा। मंत्री को लेकर कई नेताओं के नामों पर अटकलें तेज हैं. माना जा रहा है कि संख्या बल के हिसाब से पार्टी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। कैबिनेट में जेडीयू कोटे से कितने मंत्री बनाए जाएंगे, यह अभी क्लियर नहीं हुआ है। चर्चा है कि एक कैबिनेट तथा दो राज्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। जबकि जेडीयू का दावा कम से कम दो कैबिनेट और बाकी राज्यमंत्री का है। सूत्रों की मानें तो आरसीपी सिंह के अलावा ललन सिंह, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, संतोष कुशवाहा, दिलेश्वर कामत आदि के नामों पर अटकलें तेज हैं।

कैसा होगा मंत्रिमंडल?

मंत्रिमंडल विस्तार के ज़रिए महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाया जा रहा है। प्रोफेशनल, मेनेजमेंट, MBA, पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को शामिल किया जा रहा है। बड़े राज्य को ज़्यादा हिस्सेदारी दी जाएगी। बुंदेलखंड, पूर्वांचल, मराठवाड़ा, कोंकण जैसे इलाक़ों को हिस्सेदारी दी जा रही है।

मंत्रिमंडल में छोटे से छोटे समुदायों को भी प्रतिनिधित्व दिया जा रहा है. इस बार यादव, कुर्मी, जाट, क़हार, पासी, कोरी, लोधी आदि समाज का प्रतिनिधित्व दिखेगा. दो दर्जन ओबीसी या पिछड़ा वर्ग के मंत्री इस विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में हो जाएंगे।

सूत्रों के मुताबिक इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद पिछड़े वर्ग के मंत्रियों की संख्या 25 हो जाएगी। एससी समाज से आने वाले मंत्रियों की संख्या में भी इज़ाफा होगा। माना जा रहा है कि इस बार मोदी सरकार मंत्रिमंडल में लगभग हर समाज के नेता या उससे जुड़े किसी न किसी शख्स को जगह देने जा रही है।

खास बात ये है कि मंत्रिमंडल विस्तार में अनुभव को भी तरजीह दी जानी है। इसके मद्देनज़र केंद्र ऐसे ब्यूरोक्रेट और टेक्नोक्रेट भी इस बार मंत्रिमंडल का हिस्सा होंगे। इन्हें कैबिनेट मंत्री से लेकर राज्य मंत्री तक का पद दिया जा सकता है।

राष्ट्रपति भवन को किया गया सूचित- सूत्र

आपको बता दें कि नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में होगा। हालांकि कोरोना के कारण संभव है कि बेहद कम लोगों को कार्यक्रम में आने की अनुमति दी जाए। सूत्रों का कहना है नए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ पूरा कार्यक्रम होगा और परिवार का सिर्फ एक ही सदस्य शपथ ग्रहण में शामिल होगा। शपथ ग्रहण कार्यक्रम के लिए राष्ट्रपति भवन को जानकारी दी गई है। हालांकि आधिकारिक तौर पर अभी बयान सामने नहीं आया है।

उधर, बीजेपी कोटे से भी बिहार की हिस्सेदारी बढ़ सकती है. इसमें सबसे अधिक राज्य सभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नाम लिये जा रहे हैं. हालांकि, बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल के नाम पर भी कयासबाजी तेज है. लेकिन सुशील मोदी के नाम के आगे उनका पत्ता कट भी सकता है. बहरहाल, केंद्रीय कैबिनेट विस्तार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस लिस्ट में चिराग पासवान का भी नाम आता है क्या. हालांकि, इस पर अभी कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

फर्स्ट बिहार को पक्की जानकारी मिली है कि अमित शाह ने पशुपति पारस से फोन पर बात की है. माना जा रहा है कि पशुपति पारस को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिल सकती है.

जिस वक्त पशुपति पारस ने चिराग पासवान से बगावत की थी. उसी वक्त यह चर्चा थी कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है और अब फर्स्ट बिहार के पास या एक्सक्लूसिव जानकारी है कि थोड़ी देर पहले अमित शाह ने पशुपति पारस से फोन पर बातचीत की है. अमित शाह का फोन पहले पशुपति पारस के दिल्ली स्थित आवास पर किया गया था. लेकिन बाद में पटना में बैठे पशुपति पारस ने उनसे बातचीत की. दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई है, यह आधिकारिक तौर पर सामने नहीं आ पाया है. लेकिन चर्चा यह है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में पारस के शामिल होने को अमित शाह ने कंफर्म कर दिया है.

नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट का विस्तार होने वाला है. केंद्रीय कैबिनेट विस्तार में इस बार जेडीयू भी शामिल होगा. बिहार की हिस्सेदारी भी बढ़ेगी. सियासी गलियारे में हो रही चर्चा के अनुसार, कल बुधवार को इस पर अंतिम मुहर लग सकती है. इसे लेकर एनडीए खेमे में काफी उत्साह है. खासकर बीजेपी और जेडीयू में अ​त्यधिक खुशी है. लोजपा के पारस गुट से भी मंत्री बनाए जा सकते हैं. सूत्रों की मानें तो इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फोन भी आने लगे हैं और संभावित नाम वाले नेता दिल्ली भी पहुंचने लगे हैं.

बिहार के सियासी गलियारे से मिल रही जानकारी के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पशुपति कुमार पारस को फोन किया था. इसके बाद वे आनन-फानन में दिल्ली पहुंच गए. हालांकि, लोगों ने जब मीडिया ने मंत्री बनाये जाने के संबंध में आए फोन के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है. पशुपति पारस ने दिल्ली जाने से पहले मीडिया को बताया कि अमित शाह ने दिवंगत रामविलास पासवान को नमन किया था. उनके संबंध में ही बातें हुई थीं. चर्चा तो यह भी है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चिराग पासवान को भी फोन किया था. हालांकि, इस पर अभी चिराग की ओर से कोई अधिकृत बयान नहीं आया है.

दूसरी ओर, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह भी दिल्ली पहुंच गए हैं. इस बार के केंद्रीय कैबिनेट विस्तार में जेडीयू भी शामिल होगा. मंत्री को लेकर कई नेताओं के नामों पर अटकलें तेज हैं. माना जा रहा है कि संख्या बल के हिसाब से पार्टी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. कैबिनेट में जेडीयू कोटे से कितने मंत्री बनाए जाएंगे, यह अभी क्लियर नहीं हुआ है. चर्चा है कि एक कैबिनेट तथा दो राज्यमंत्री बनाए जा सकते हैं. जबकि जेडीयू का दावा कम से कम दो कैबिनेट और बाकी राज्यमंत्री का है. सूत्रों की मानें तो आरसीपी सिंह के अलावा ललन सिंह, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, संतोष कुशवाहा, दिलेश्वर कामत आदि के नामों पर अटकलें तेज हैं.

उधर, बीजेपी कोटे से भी बिहार की हिस्सेदारी बढ़ सकती है. इसमें सबसे अधिक राज्य सभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के नाम लिये जा रहे हैं. हालांकि, बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल के नाम पर भी कयासबाजी तेज है. लेकिन सुशील मोदी के नाम के आगे उनका पत्ता कट भी सकता है. बहरहाल, केंद्रीय कैबिनेट विस्तार का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. अब देखना दिलचस्प होगा कि इस लिस्ट में चिराग पासवान का भी नाम आता है क्या. हालांकि, इस पर अभी कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.