बोचहां विधानसभा क्षेत्र को लेकर सभी पार्टियों ने तेज किया प्रचार अभियान,12 अप्रैल को होंगे इस क्षेत्र के लिए चुनाव।

बिहार में एमएलसी के चुनाव के बाद अब जनता और राजनीतिक पार्टियों का ध्यान बोचहां विधासभा क्षेत्र पर केंद्रित है। मुसाफिर पासवान की मृत्यु के बाद खाली हुआ यह विधानसभा सीट इन दिनो चर्चा का विषय बना हुआ है।इस सीट को लेकर हर पार्टी अपने उम्मीदवार के जीत के दावे कर रही है।

क्या कहते है भाजपा नेता।

केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से वार्तालाप करते हुए कहा है कि जिस तरह मुजफ्फरपुर एमएलसी चुनाव में एनडीए प्रत्याशी अजेय बहुमत से जीते हैं। उसी तरह बोचहां उपचुनाव में भी एनडीए प्रत्याशी बेबी कुमारी की ही जीत होगी।

कब है चुनाव ?

बता दें कि बिहार विधानसभा की बोचहां (सुरक्षित) सीट के लिए उपचुनाव 12 अप्रैल को होना है। भारत निर्वाचन आयोग ने इसकी घोषणा पिछले महीने ही कर दिया है। यह सीट वीआईपी विधायक मुसाफिर पासवान के आकस्मिक निधन के कारण रिक्त है।

2,90,764 मतदाता करेंगे उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला।

इस बार बोचहां विधानसभा उपचुनाव में क्षेत्र के 290764 मतदाता वोट डालेंगे। इस सीट पर कई दिग्गजों के बीच रोचक मुकाबले की उम्मीद है। इस विधानसभा क्षेत्र में सर्विस वोटरों की संख्या 411 है। इस विधानसभा क्षेत्र में मुशहरी व बोचहां प्रखंड आता है। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 285 है। इनमें में 179 मतदान केंद्र मुशहरी प्रखंड में हैं तो 106 मतदान केंद्र बोचहां प्रखंड में स्थित है।

क्या है बोचहां विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक समीकरण।

बोचहां विधानसभा सुरक्षित सीट पूर्व मंत्री रमई राम की पुरानी सीट है। वर्ष 1972 में पहली बार वे निर्दलीय इस सीट से जीते थे। उसके बाद 1980, 1985, 1990, 1995, 2005 व 2010 में भी वह इस सीट पर अजेय रहे। उनकी जीत के क्रम को बेबी कुमारी ने तोड़ा और उसके बाद बेबी भी इस सीट पर मुसाफिर पासवान से हार गईं थी। बोचहां सुरक्षित विधानसभा सीट जिले की चर्चित सीट मानी जाती है। इस सीट पर एनडीए के घटक दलों की अलग-अलग दावेदारी भी जतायी जाती है। बोचहां सुरक्षित सीट पर रमई राम ने अब अपनी पुत्रि गीता कुमारी को लड़ाने की घोषणा कर रखी है। इस चुनाव में वे अपने पिता की विरासत के लिए मैदान में आ सकती हैं तो रमई राम को हरा चुकी बेबी कुमारी फिर से इस सीट पर कब्जा जमाना चाहती हैं। उधर, पूर्व विधायक के पुत्र अमर पासवान भी इस सीट पर दावेदारी जताते रहे हैं।