कोरोना का जनजीवन से लेकर आस्था तक असर, इस छठपूजा पटना के गंगा घाट नहीं है पहले जितना गुलजार

कोरोना वायरस का असर लोगों के जन जीवन से लेकर उनके आस्था तक पर पड़ा है। कोविड-19 के प्रकोप से बचने के लिए जहां देश लॉकडाउन है, सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की जा रही है। ऐसे में सार्वजनिक छठ पूजा पर भी ग्रहण लग गया है। सार्वजनिक घाटों पर चैती छठ पूजा का आयोजन 28 मार्च से 31 मार्च तक निषेधित किया गया है।

घाटों पर बैरिकेंडिंग

सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन को प्रभावी बनाने के लिए पटना के गंगा घाटों को बैरिकेडिंग कर दी गयी है। इस क्रम में बांस घाट ,महेंद्रुघाट, कलेक्ट्रेट घाट, कृष्णा घाट ,गांधी घाट ,बरहरवा घाट ,लॉ कॉलेज घाट ,भद्र घाट, महावीर घाट ,सीता घाट सहित कई घाटों पर बैरिकेडिंग की समुचित व्यवस्था की गई है।

घाटों पर सुरक्षाकर्मी तैनात

इस आदेश का सफल एवं प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित कराने हेतु अपर जिला दंडाधिकारी विधि व्यवस्था ने सार्वजनिक घाटों पर पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की है। सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मियों को आदेश दिया गया है कि वे अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर ससमय उपस्थित होकर किसी भी घाटों पर आम जनों को चैती छठ पूजा मनाने पर निषेधित करेंगे।