लॉकडाउन में लुप्त हो गयी संवेदना, चिलमिलाती गर्मी में मासूम ने किया ‘अंतिम प्रणाम’

लॉकडाउन केवल कोरोना के खिलाफ जंग की कड़ी नहीं है, बल्कि यह संवेदनाओं को भी जीवंत रखने की एक अहम घड़ी है। लोग टूट गये हैं। टूटे भी इस कदर की जिगर के टुकड़े को भी मौत के मुंह में फेंक आये हैं। लावारिस हालात में उपर प्रणाम मुद्रा की मुद्रा में इस मासूम को देखिए। इस दर्दनाक दृश्य के राहगीरों ने सबसे पहले देखा। गुजरात के बनासकांठा जिले में भाभर तहसील के मेरा गांव के पास।

उन लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पाया कि बच्चा जिंदा नहीं है। होगी भी तो कैसे ? 45 डिग्री की गर्मी को आप भी तो आभास कीजिए। तड़प तड़पकर मासूम ने उपर प्रणाम की मुद्रा में इस दुनियां को कर लिया अंतिम प्रणाम।
हांलाकि इस पुलिस मामले की तफ्शीश में जुटी है। पता लगा रही है कि आसपास में प्रसव कहां-कहां हुआ है। सारी प्रक्रिया होगी भी। लेकिन इस समय विचार करने योग्य बात तो यह है कि क्या लॉकडाउन में संवेदना लुप्त हो गयी है?