देश में सोशल मीडिया फेसबुक और व्हॉट्सप का विवाद गहराता जा रहा है. 1 सितंबर, 2020 को केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने भी फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग को एक चिट्ठी लिखी. इसमें उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी का मुद्दा उठाया है. केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया है कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर उनका सोशल मीडिया साइट सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न करने और आंतरिक मतभेद उत्पन्न करने का ‘जरिया’ बन गया है. वहीं राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने भी फेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग को चिट्ठी लिखी थी.
अकाउंट्स ब्लॉक करने से बौखलाई टीएमसी
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया फेसबुक ने कुछ फेसबुक पेज और फेसबुक अकाउंट्स को ब्लॉक किया है. इस पर ममता बनर्जी की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस बौखला गयी है. टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने फेसबुक के प्रमुख मार्क जुकरबर्ग और फेसबुक पर भाजपा के समर्थन का आरोप लगाया है.
जुकरबर्ग के समक्ष भाजपा के प्रति झुकाव का उठाया मामला
तृणमूल कांग्रेस डेरेक ओ ब्रायन ने फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग के समक्ष भाजपा के प्रति कथित झुकाव का मामला उठाते हुए दावा किया है कि इस मामले में सार्वजनिक तौर पर कई सबूत मौजूद हैं. टीएमसी सांसद ने जुकरबर्ग को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में डेरेक ने जुकरबर्ग के साथ पूर्व में हुई मुलाकात का जिक्र किया है.
उन्होंने लिखा, ‘भारत के राज्य पश्चिम बंगाल में चुनाव होने में करीब कुछ ही महीने पहले, आपकी कंपनी के हाल ही में बंगाल में फेसबुक पेज और अकाउंट्स को ब्लॉक करना भी फेसबुक और भाजपा के बीच संबंध की ओर इशारा करता है. फेसबुक के वरिष्ठ प्रबंधन के आंतरिक ज्ञापन सहित सार्वजनिक तौर पर कई ऐसे सबूत मौजूद हैं, जो पक्षपात साबित करने को काफी हैं.’
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