असम में बोले पीएम मोदी, कोरोना टीकाकरण के लिए जिसकी बारी आए, वो टीके जरूर लगाएं

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम और बंगाल दौरे पर हैं और बंगाल से पहले पीएम मोदी ने असम में कोरोना काल के बाद पहली बार सभा को संबोधित किया. पीएम ने कहा कि बीते 6 सालों से असम सहित पूरे नॉर्थ ईस्ट की कनेक्टिविटी और दूसरे इंफ्रास्ट्रक्चर का अभूतपूर्व विस्तार भी हो रहा है, आधुनिक भी हो रहा है. पीएम ने कहा कि असम के हर क्षेत्र की हर जनजाति को साथ लेकर चलने की इसी नीति से आज असम शांति और प्रगति के मार्ग पर चल पड़ा है. असम और पूर्वोत्तर ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के तहत पूर्वी एशियाई देशों के साथ हमारे संपर्क को व्यापक बना रहे हैं। असम बेहतर बुनियादी ढांचे के साथ आत्मनिर्भर भारत के एक प्रमुख हिस्से के रूप में विकसित हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, असम के गांवों में 11,000 किलोमीटर सड़कें बनाई गई हैं।

पूरी दुनिया में भारत में बने टीके की डिमांड

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के लिए जिसकी बारी आए, वो टीके जरूर लगाएं। टीके की 2 डोज लगनी जरूरी है। पूरी दुनिया में भारत में बने टीके की डिमांड हो रही है। भारत में भी लाखों लोग अब तक टीका लगा चुके हैं। हमें टीका भी लगाना है और सावधानी भी रखनी है।

बीते वर्षों में 40 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश

असम में तेल और गैस से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर बीते वर्षों में 40 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया गया है। गुवाहटी-बरौनी गैस पाइप लाइन से नॉर्थ ईस्ट और पूर्वी भारत की गैस कनेक्टिविटी मजबूत होने वाली है।5 साल पहले तक असम के 50 प्रतिशत से भी कम घरों तक बिजली पहुंची थी, जो अब करीब 100% तक पहुंच चुकी है। जल जीवन मिशन के तहत बीते 1.5 साल में असम में 2.5 लाख से ज्यादा घरों में पानी का कनेक्शन दिया गया है।

असम में महामारी से निपटने का तरीका सराहनीय है। मैं सीएम सर्बानंद सोनवाल जी और उनकी टीम को बधाई देता हूं। मुझे यकीन है कि वे उसी उत्साह के साथ टीकाकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे।