ममता दीदी के गढ़ में बोले पीएम मोदी, पिछले कई सालों में टीएमसी ने कर लिए कई फाउल

पीएम मोदी आज असम और बंगाल के दौरे पर हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने हल्दिया सहित पश्चिम बंगाल के विकास से जुड़ी करीब 5,000 करोड़ करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने हल्दिया में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए सबसे पहले उत्तराखंड में हुई त्रासदी की जानकारी लोगों के साथ साझा की और बताया कि मैं लगातार अपडेट ले रहा हूं. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है.

करीब 5,000 करोड़ करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास

मोदी ने आगे कहा कि भारत सहित पूरी दुनिया को राह दिखाने वाली धरती बंगाल को मैं सर झुकाकर नमन करता हूं. अपनी बात आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, “पिछली बार मैं नेताजी मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जन्म जयंती पर बंगाल आया था. कोलकाता में साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये की लागत से नया प्रोजेक्ट शुरू हो हो रहा है. बजट में चाय बागान पर खास ध्यान दिया गया.”

केंद्र की योजना से वंचित रह गई बंगाल की जनता

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की मुश्किल घड़ी में जन-धन खाता के जरिये 4 करोड़ लोगों को सीधे सरकारी मदद दी जा सकी. 90 लाख महिलाओं को मुफ्त में एलपीजी सिलिंडर दे पायी केंद्र सरकार. मुझे पीड़ा है कि इस मुश्किल घड़ी में लाखों किसानों को सैकड़ों करोड़ रुपये नहीं मिल पाये. हम बंगाल के किसानों को पीएम किसान योजना का बकाया पैसा भी देंगे. 10 करोड़ किसानों के खाते में 1.15 लाख करोड़ रुपये केंद्र ने भेजे.

इन 6 हजार किसानों को भी हम पैसे नहीं भेज पा रहे हैं, क्योंकि राज्य एजेंसी का बैंक डिटेल ममता बनर्जी की टीएमसी सरकार ने केंद्र को दिया ही नहीं. एक-एक दिन करके ऐसे ही निकलता जा रहा है. मां-माटी-मानुष कहने वाली की संवेदनहीनता बंगाल का हर किसान देख रहा है. किसान के नाम पर कौन अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहा है और कौन किसानों के जीवन से एक-एक परेशानी दूर करने के लिए काम कर रहा है, यह देश 6 साल से देख रहा है