देश में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों के बाद एक मार्च से आम लोगों का भी वैक्सीनेशन होने जा रहा है. एक मार्च से 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 45-59 आयु वर्ग के वैसे लोग जो किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें वैक्सीन लगायी जायेगी. इसके लिए जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में वैक्सीनेशन होगा. पीएचसी से लेकर मेडिकल काॅलेज और अस्पताल तक में वैक्सीन लगायी जायेगी. सरकारी वैक्सीन निःशुल्क लगनी है.
विधानमंडल के सभी सदस्यों का कोरोना टीकाकरण
वहीं बिहार में विधायकों और विधान पार्षदों को भी एक मार्च से कोरोना का टीका दिया जाएगा. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के पहल पर बिहार सरकार द्वारा कल 01 मार्च से बिहार विधानसभा परिसर में बिहार विधानमंडल के सभी सदस्यों का कोरोना टीकाकरण होगा। विधायकों के अलावे बिहार विधानसभा तथा बिहार विधान परिषद् सचिवालय के पदाधिकारियों और कर्मचारियों के बीच कोरोना टीकाकरण का कार्य किया जायेगा
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने विधानसभा में तीन दिन पहले घोषणा की थी कि विधानमंडल के दोनों सदनों में जल्द ही कोरोना के टीकाकरण की व्यवस्था की जाएगी. जिसके लिए उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से बात करने की जानकारी दी थी।
16 जनवरी से शुरू हुआ था कोरोना का टीकाकरण
गौरतलब है कि भारत में राष्ट्रव्यापी कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हो गई थी. सबसे पहले हैल्थ केयर वर्कर्स और 2 फरवरी से फ्रंट लाइन वर्करों को वैक्सीन देना शुरू किया गया. अब 1 मार्च से 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. साथ ही 45 साल से ज्यादा उम्र के वो लोगों भी वैक्सीन की डोज दी जाएगी जिन्हें गंभीर बीमारी है. इसको लेकर केंद्र और राज्य सरकारों ने तैयारी पूरी कर ली है.
केंद्र सरकार के अस्पतालों में कोरोना का वैक्सीन डोज मुफ्त में दी जाएगी तो निजी अस्पताल में इसके लिए 250 रुपए की अधिकतम सीमा तय कर दी गई है
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