उत्तरकाशी टनल हादसे में पिछले 24 घंटे से फंसे 40 मजदूर, पाइप से ऑक्सीजन, पानी और खाना.. फंसे मजदूरों की जिंदगी बचाने की जंग जारी

उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सुरंग में हुए भूस्खलन के बाद बचाव अभियान दूसरे दिन भी जारी है। सुरंग के अंदर 40 से अधिक मजदूर फंसे हुए हैं, जबकि बचाव दल सुरंग में 15 मीटर तक घुसने में कामयाब रहे। बचावकर्मियों का कहना है कि फंसे हुए 40 श्रमिकों के स्थान तक पहुंचने के लिए टीमों को अभी भी लगभग 35 मीटर अधिक मलबा साफ करना होगा। बचावकर्मी फंसे हुए श्रमिकों के साथ संचार स्थापित कर लिया है। यह टनल ​​​​ब्रह्मकमल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही है।

बताया जा रहा है कि फंसे हुए मजदूर बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। NDRF, SDRF, फायर ब्रिगेड, नेशनल हाईवे के 200 से ज्यादा लोग इन लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए पिछले 24 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हुए हैं। स्टेट डिजाजस्टर मैनेजमेंट के मुताबिक, टनल के अंदर झारखंड के 15, उत्तर प्रदेश के 8, उड़ीसा के 5, बिहार के 4, पश्चिम बंगाल के 3, उत्तराखंड के 2, असम के 2 और हिमाचल प्रदेश का एक मजदूर शामिल हैं। मजदूरों से वॉकी-टॉकी से संपर्क किया जा रहा है।

ऑक्सीजन और पानी उपलब्ध

सर्कल अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि मलबा लगभग 60 मीटर गहरा है।  उन्होंने कहा कि हमने सुरंग के अंदर फंसे लोगों के साथ संचार स्थापित किया था। हमने सुरंग के अंदर लगभग 15 मीटर तक चले गए हैं, और लगभग 35 मीटर की दूरी तय करना बाकी है। हर कोई सुरक्षित है, हमने उन्हें ऑक्सीजन और पानी उपलब्ध कराया है। हम सुरंग के अंदर जाने के लिए बगल में अपना रास्ता बना रहे हैं।

श्रमिक सुरक्षित स्थिति में

एनडीआरएफ की टीमों का कहना है कि अंदर फंसे मजदूरों को नाश्ता और पानी दिया गया है। उन्हें उम्मीद है कि आज शाम तक वे मलबे को तोड़कर मजदूरों को बाहर निकाल लेंगे। हम फंसे हुए श्रमिकों को कुछ चिप्स और पानी देने में कामयाब रहे हैं। हम पुष्टि कर सकते हैं कि श्रमिक सुरक्षित स्थिति में हैं।