पटना साइंस कॉलेज से आई हैरान करने वाली खबर, छात्र से रैगिंग और मारपीट के बाद कॉलेज प्रशासन दिखा अलर्ट।

उच्च शिक्षण संस्थानों में कई प्रयासों के बावजूद भी रैगिंग की घटना पर लगाम लगाने में पूरी तरह कामयाबी नहीं मिल पाई है। मीडिया से मिल रही जानकारी के मुताबिक बिहार के सबसे प्रतिष्ठित महाविद्यालय की सूची में शुमार पटना के साइंस कॉलेज से रैगिंग की शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां ब्वायज हॉस्टल में बीएससी पार्ट वन के स्टूडेंट से कुछ सीनियर द्वारा जबरन डांस कराया गया और विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। हैरान करने वाली बात यह है कि कॉलेज मैनेजमेंट को इस बात की जानकारी तब हुई जब यूजीसी से इस संबंध में एक लेटर मिला, जिसमें घटना का जिक्र था। जिसके बाद आनन फानन में जांच बैठाई गई है। इस दौरान हॉस्टल के नौ सीनियर छात्रों को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया गया है। मैनेजमेंट ने साफ कर दिया है अगर जांच में छात्र दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले छात्रों को बख्शा नहीं जाएगा।

बता दें कि यह घटना बीते 15 फरवरी की बताई जा रही है। जब पटना साइंस कॉलेज के फैराडे छात्रावास में रैगिंग की यह शर्मनाक घटना हुई थी। आरोप यह है कि छात्रावास में बीएससी पार्ट वन के गणित ऑनर्स के छात्र से डांस कराया गया और विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई। छात्र के पिता ने यूजीसी एंटी रैगिंग सेल में इस घटना की शिकायत करते हुए नौ सीनियर छात्रों पर आरोप लगाया हैं। जिस पर तत्काल एक्शन लेते हुए यूजीसी ने कॉलेज प्रशासन को पत्र लिखा, तब इस मामले का खुलासा हुआ। यूजीसी ने कॉलेज प्रशासन से इस घटना की जांच कर इसकी रिपोर्ट मांगी है।

शुरुआती जांच के बाद कॉलेज प्रशासन ने आरोपित नौ छात्रों को छात्रावास से निष्कासित कर दिया है। अभी जांच जारी है। जांच में दोषी पाए जाने पर इन सभी के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी। आरोपितों में आजाद आलम, इरफान अली, यूसुफ हुसैन, नवनीत कुमार, अमरजीत कुमार, अब्दुला फैजल, शशि रंजन, विवेकानंद झा और रोहित सिंह के नाम शामिल हैं। फैराडे छात्रावास के अधीक्षक संदीप गर्ग को पत्रलिखकर कॉलेज प्रशासन ने इन्हें निकालने और अपने स्तर से भी जांच कराने का आदेश दिया है।

घटना के बाद पीड़ित छात्र कमरा छोड़कर सीधे अपने घर आरा चला गया। इसके बाद इसके पिता ने सीधे यूजीसी के एंटी रैगिंग हेल्प लाइन सेंटर में फोन कर घटना की पूरी जानकारी उपलब्ध करा दी। छात्र ने आरोप लगाया कि सीनियर छात्रों ने पहले डांस करने को कहा। अभद्रता और मारपीट की।

यूजीसी से पत्र प्राप्त होने के बाद कॉलेज ने अपने स्तर से जांच करायी। इसमें पता चला कि नौ छात्रों ने मिलकर पार्ट वन के छात्र के साथ रैगिंग की थी। पार्ट वन के छात्र को कमरा नंबर 45 एलॉट किया गया था। हालांकि इससे पहले इस कमरे में रहने वाले सीनियर छात्र इसे छोड़ने की बात कई बार कह चुके थे पर जूनियर छात्र कमरा नहीं छोड़ रहा था। इसके बाद ही पार्ट वन के छात्र के साथ कमरा नंबर 45 में 15 फरवरी की देर रात तक रैगिंग की गयी।

मामले में साइंस कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. एसआर पद्मदेव ने बताया कि यूजीसी से पत्र प्राप्त होने के बाद पीड़ित छात्र के पिता से बात भी हुई। पीड़ित छात्र से जानकारी प्राप्त कर कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है। इस घटना में शामिल कुछ छात्रों को पकड़ा गया है। उन्हें छात्रावास से हटाने का आदेश दिया गया है। पूरे मामले की जांच के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।