नही थमा कोरोना तो लगेगा पटना में लॉकडाउन, जानिए क्या कुछ कहा पटना के जिलाधिकारी ने।

पटना में कोरोना के रोजाना बढ़ते मामलों ने सरकार को पुनः राज्य में लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर कर दिया है। अगर कोरोना के बढते रफ़्तार में कमी नहीं आती है से तो बहुत जल्द ही पटना में लॉकडाउन लगाने की नौबत आ सकती है।

वैसे तो कोरोना संक्रमण पूरे बिहार में तेजी से फैल चुका है। लेकिन, राजधानी पटना को हॉटस्पॉट जोन घोषित कर दिया गया है। आंकड़ों के अनुसार पटना में हर दिन 2 हजार से अधिक कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में अब पटना में लॉकडाउन की स्थिति फिर से उत्पन्न होने लगी है।

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि लोगों की लापरवाही भारी पड़ने लगी है। लगातार अपील और निर्देशों के बाद भी लोग बिना मास्क के बाहर निकल रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर रहे हैं। अब ऐसे में पटना में लॉकडाउन वाली स्थिति उत्पन्न हो गयी है।

पटना डीएम के अनुसार अगर आंकड़े ऐसे ही बढ़ते रहे और लोगों ने कोरोना गाइडलाइन का पालन सख्ती के साथ नहीं किया तो पटना में सम्पूर्ण लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है।

जिला प्रशासन फिलहाल थोड़ी सख्ती और बंदिशों के द्वारा ही तीसरे लहर को पार कर लेना चाहता है, लेकिन अगर स्थिति नहीं सुधरी और लोग लापरवाह बने रहे तो जल्द ही संपूर्ण लॉकडाउन पर भी विचार किया जाएगा।

जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि संपूर्ण लॉकडाउन से लोगों की परेशानियां ज्यादा बढ़ती है और लोगों का काम-काज, व्यापार, रोजी-धंधा सब प्रभावित होता है। लेकिन, अगर कोरोना संक्रमण इसी तरह बढ़ता रहा और लोग भी नहीं सभलें तो कोई उपाय नहीं होने की वजह से हमलोगों को लॉकडाउन का रास्ता ही चुनना पड़ेगा। इसलिए अभी भी लोगों से अपील करता हूं कि सभी लोग कोरोना गाइडलाइन का सही से पालन करें ताकि राजधानी में लॉकडाउन न लगाना पड़े।

कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामले को देखते हुए बिहार सरकार ने कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करने के लिए आज से तीन दिवसीय विशेष जांच अभियान शुरू कर दिया है जो भी बिना मास्क के पकड़ा जा रहा है, उसे 50 से 500 रुपये तक फाइन किया जा रहा है। नियमों का पालन नहीं करने पर गाड़ियों को भी जब्त किया जा सकता है। पटना में बिना मास्क के घूमने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।