जानिए क्रिसमस से जुड़ी दुनिया कि अजीबो-गरीब लोकमान्यताओं को!

क्रिसमस का दिन लोगो के लिए एक नई उत्तेजना,उत्साह और उमंग का तोहफा लेकर आता है। नए साल की आने की सूचना देनेवाला यह त्योहार दुनियाभर में बेहद हर्षोल्‍लास के साथ मनाया जाता है। बता दें कि दुनियाभर में क्रिसमस से जुड़े कुछ अलग-अलग परंपराएं भी हैं। इनमें से कुछ आपको काफी अजीब लग सकते हैं। जबकि आपको कई काफी मजेदार भी लगेंगे। आइये जानते हैं क्रिसमस से जुड़े सबसे अजीबो-गरीब परंपराओं के बारे में.

आस्ट्रिया

अजीबो-गरीब परंपराओं से सबसे पहला नाम जुड़ता है ऑस्ट्रिया से। जहां सेंट निकोलस का एक दुष्‍ट दुश्‍मन है जिसका नाम है क्रैम्पस । वह सेंट निक के अच्छे स्‍वभाव का ही उलट एक बुरा राक्षस है माना जाता है कि दानव जैसा जिखने वाला प्राणी क्रैम्‍पस, क्रिसमस से पहले बुरे बच्चों को सजा देता है। शैतान की वेशभूषा में सजे पुरुष सड़कों पर घूमते हैं। वह बुरे बच्चों का अपहरण करने और उन्हें नरक में ले जाने के लिए जंजीर और टोकरी साथ लेकर चलते हैं। वैसे यह बच्चों को सड़कों से दूर रखने का एक तरीका भी है।

स्‍पेन
दूसरे नंबर पर नाम आता है स्‍पेन का। जहां के कैटालोनिया समेत कई इलाकों में एक खास परंपरा है कि लकड़ी के एक लट्ठे को आधा कंबल से ढक दिया जाता है और बाहर निकले हिस्‍से पर आंखें, नाक और चेहरा बना दिया जाता है। इसे क्रिसमस से पहले खूब अच्‍छा खाना और ड्राई फ्रूट्स खिलाए जाते हैं। क्रिसमस की शाम घर के लोग इसे लकड़ी के डंडे से पीटते हैं ताकि उसने जो भी खाया हो सब शौच के रास्‍ते बाहर निकल जाए. इसके बाद कंबल हटाकर सभी अपने अपने गिफ्ट्स उठा लेते हैं।माना जाता है कि माता-पिता अपने बच्‍चों के लिए कंबल के अंदर गिफ्ट्स छुपा देते हैं।

यूक्रेन
तीसरे नंबर पर है यूक्रेन जहां मकड़ी के जालों जैसी सजावट से घर सजाने की मान्यता है। यहां कि एक पुरानी लोककथा के अनुसार, एक गरीब विधवा के पास अपने बच्चों के लिए क्रिसमस ट्री सजाने के पैसे नहीं थे। ऐसे में घर की मकड़ियों को परिवार पर दया आई और उन्होंने पूरे पेड़ पर सुंदर जाले बिखेर दिए, जिसे बच्चों ने क्रिसमस की सुबह देखा और खुश हो उठे।आपको बता दें कि यूक्रेनी संस्कृति में मकड़ियों के जाले को भाग्यशाली भी माना जाता है।

पुर्तगाल
चौथे नंबर पर हम बात करने वाले हैं पुर्तगाल की। जहां लोग क्रिसमस पर खाना खाने के दौरान कई एक्‍स्‍ट्रा प्‍लेटों में भी खाना लगाते हैं। वे ऐसा मानते हैं कि उनके मरे हुए प्रियजन भी इस दिन उनके साथ खाना खाते हैं। यह परंपरा अजीब होने के साथ साथ डरावनी भी लगती है।

चेक गणराज्‍य
पांचवे नंबर पे आता है चेक गणराज्य जहां क्रिसमस ईव पर, अविवाहित महिलाएं दरवाजे पर पीठ लगाकर खड़ी होती हैं और अपने जूते में से एक को अपने कंधे पर उछालती हैं। यदि यह दरवाजे के सामने पंजे की तरफ गिरता है, तो इसका मतलब है कि उनकी शादी एक साल के भीतर हो जाएगी। यदि यह दरवाजे के सामने एड़ी की तरफ गिरता है, तो इसका अर्थ है कि उन्‍हें शादी के लिए एक साल और इंतजार करना होगा।

नॉर्वे
छठे नंबर पर हम बात करने वाले हैं नॉर्वे में मशहूर लोकमान्यताओं की जहां पे माना जाता है कि क्रिसमस की शाम शैतान जादूगरनियां अपनी जादुई झाडू पर उड़ती हुई अपने शिकार ढ़ूंढती हैं। इसलिए सभी अपने घर की झाड़ू को छुपा कर रखते हैं। माना जाता है कि इस दिन झाडू जिसके घर दिखाई दे जाए, डायन उसी के घर अपना डेरा जमाती है।

स्‍पेन
सातवे और आखिरी नंबर पर शुमार है स्‍पेन जहां के एक शहर में मान्‍यता है कि क्रिसमस के दिन केवल लाल रंग का निक्‍कर ही पहनना चाहिए।इसी परंपरा को एक कदम और आगे ले जाते हुए वहां के लोग क्रिसमस पर केवल लाल निक्कर पहन कर दौड़ लगाते हैं। संयोग की बात है कि यहां निमोनिया के केसेज़ सबसे ज्‍यादा पाए जाते हैं।