डेमोक्रेसी इंडेक्स की विश्व सूची में भारत 10 पायदान नीचे लुढ़क गया. सूची के अनुसार 2018 में भारत का कुल अंक 7.23 था जो 2019 में घटकर 6.90 रह गया है. दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र यानी भारत लोकतंत्र सूचकांक की वैश्विक सूची में 10 पायदान नीचे गिर गया है. इसका मुख्य कारण नागरिक स्वतंत्रता में कमी को बताया गया है. जबसे भारत में 17वीं लोकसभा का चुनाव हुआ तभी से भारत अब वैश्विक सूची में 51वें स्थान पर आ गया है. इसको लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है और कहा कि मोदी सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों को नष्ट करने का आरोप लगाया है.
डेमोक्रेसी इंडेक्स चुनाव प्रक्रिया और बहुलतावाद, राजनीतिक भागीदारी, सरकार के कामकाज, राजनीतिक संस्कृति और नागरिक स्वतंत्रता के आधार पर बनाई जाती है. 165 स्वतंत्र लोकतांत्रिक देशों के बीच यह रैंकिंग जारी की जाती है.
भारत के 51वें स्थान पर आने पर मोदी सरकार को घेरा
कांग्रेस ने भारत के 51वें स्थान पर आने पर मोदी सरकार को घेरा है. कांग्रेस ने आक्रामक रूख अख्तियार करते हुए कहा है कि ’द इकनोमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट’ ने भारतीय जनता पार्टी सरकार के कार्य पद्धति के कारण इसे कम कर आंका है. एनडीए सरकार के काम करने के नीतियों के कारण ही भारतीय लोकतंत्र को गहरा ठेस पहुंचा है.
कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए कहा, ’दुनिया में भारत अपने लोकतांत्रिक मूल्यों के कारण जाना जाता जाता रहा है. लेकिन बीजेपी सरकार ने पिछले 6 साल में देश के इन लोकतांत्रिक मूल्यों को गिराया है. इसी का परिणाम है कि भारत की रैंकिंग में गिरावट दर्ज की गई है.
An India which was once lauded for its democratic values & principles has now been labelled a “flawed democracy” several years in a row. In less than 6 years, the BJP govt has managed to destroy the democratic spirit of our nation. pic.twitter.com/StirU4RvCC
— Congress (@INCIndia) January 22, 2020
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